नई दिल्ली:
भाजपा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की मांग को लेकर छिड़ी बहस के बीच प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने कहा है कि पार्टी को मोदी के नाम का ऐलान कर देना चाहिए और फिर देश की जनता फैसला कर देगी कि कथित ‘सांप्रदायिक व्यक्ति’ को देश की सबसे ऊंची कुर्सी पर बैठना चाहिए या नहीं।
जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को कहा, ‘‘हम तो कह रहे हैं कि भाजपा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दे और फिर देश की अवाम फैसला कर देगी कि ऐस व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए या नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश का मिजाज़ धर्मनिरपेक्ष है और हमें पूरा भरोसा है कि जनता सही फैसला करेगी।’’
गुजरात में मोदी को कई स्थानों पर मुस्लिम मत मिलने की ओर ध्यान दिलाने पर मदनी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव अपनी जगह होता है, जहां लोग स्थानीय मुद्दों को देखकर मतदान करते हैं। संसदीय चुनाव में स्थिति पूरी तरह अलग होती है।’’
उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है।
जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को कहा, ‘‘हम तो कह रहे हैं कि भाजपा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दे और फिर देश की अवाम फैसला कर देगी कि ऐस व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए या नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश का मिजाज़ धर्मनिरपेक्ष है और हमें पूरा भरोसा है कि जनता सही फैसला करेगी।’’
गुजरात में मोदी को कई स्थानों पर मुस्लिम मत मिलने की ओर ध्यान दिलाने पर मदनी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव अपनी जगह होता है, जहां लोग स्थानीय मुद्दों को देखकर मतदान करते हैं। संसदीय चुनाव में स्थिति पूरी तरह अलग होती है।’’
उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है।
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