26-वर्षीय आईआईटी ग्रेजुएट मुदित दंडवते की बांह को मगरमच्छ ने चबा लिया...
बेंगलुरू:
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू का एक युवा उद्यमी इस वक्त अस्पताल में है, क्योंकि शहर से सटे इलाके में मौजूद एक झील में एक मगरमच्छ ने रविवार को उसकी बांह का एक हिस्सा चबा डाला... थट्टेकेयर झील शहर से सटे जंगल में है...
मगरमच्छ के इस हमले में 26-वर्षीय आईआईटी ग्रेजुएट मुदित दंडवते की जान तो बच गई, लेकिन वह अपनी बाईं बांह का कोहनी से नीचे का हिस्सा गंवा बैठा... मुदित द्वारा डॉक्टरों की दी गई जानकारी के मुताबिक वह रामनगरम जिले में स्थित एक मंदिर की ओर जा रहा था, और रास्ते में कार से उतरकर अपने एक दोस्त तथा दो पालतू कुत्तों के साथ पैदल चलने लगा... वे कुत्ते पानी में उतर गए, और उनके पीछे-पीछे मुदित भी, और तभी मगरमच्छ ने हमला कर दिया...
हमले के बाद लगातार बहते खून के साथ मुदित को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, और बाद में उसे बेंगलुरू के हॉसमैट अस्पताल (Hosmat hospital) में दाखिल करवा दिया गया...
अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ अजीत बेनेडिक्ट रयान ने NDTV को बताया, "चूंकि हो सकता है कि मगरमच्छ ने काटी हुई बांह को खा लिया हो, इसलिए उसे दोबारा जोड़ दिए जाने की कोई संभावना नहीं है... वह ऑपरेशन थिएटर में था, जहां उसके घाव को अच्छी तरह साफ किया जा रहा था, जिसे डीब्राइडमेंट (debridement) कहा जाता है..."
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मुदित की हालत स्थिर है, और अब उसे आईसीयू से निकालकर वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है...
बताया जाता है कि मुदित ने दोस्तों से कहा था कि कुत्तों को जल्द से जल्द पानी से निकालने की हड़बड़ी में उसे पानी में मगरमच्छों की मौजूदगी की चेतावनी देने वाला कोई संकेत या बोर्ड नज़र नहीं आया...
रामनगरम के पुलिस अधीक्षक बी रमेश ने NDTV को बताया कि किसी ने भी मुदित के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है, लेकिन उन्होंने अपनी तरफ से मामला दर्ज कर लिया है, क्योंकि मुदित ने प्रतिबंधित वनक्षेत्र में बिना अनुमति प्रवेश किया था.
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मगरमच्छ के इस हमले में 26-वर्षीय आईआईटी ग्रेजुएट मुदित दंडवते की जान तो बच गई, लेकिन वह अपनी बाईं बांह का कोहनी से नीचे का हिस्सा गंवा बैठा... मुदित द्वारा डॉक्टरों की दी गई जानकारी के मुताबिक वह रामनगरम जिले में स्थित एक मंदिर की ओर जा रहा था, और रास्ते में कार से उतरकर अपने एक दोस्त तथा दो पालतू कुत्तों के साथ पैदल चलने लगा... वे कुत्ते पानी में उतर गए, और उनके पीछे-पीछे मुदित भी, और तभी मगरमच्छ ने हमला कर दिया...
हमले के बाद लगातार बहते खून के साथ मुदित को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, और बाद में उसे बेंगलुरू के हॉसमैट अस्पताल (Hosmat hospital) में दाखिल करवा दिया गया...
अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ अजीत बेनेडिक्ट रयान ने NDTV को बताया, "चूंकि हो सकता है कि मगरमच्छ ने काटी हुई बांह को खा लिया हो, इसलिए उसे दोबारा जोड़ दिए जाने की कोई संभावना नहीं है... वह ऑपरेशन थिएटर में था, जहां उसके घाव को अच्छी तरह साफ किया जा रहा था, जिसे डीब्राइडमेंट (debridement) कहा जाता है..."
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मुदित की हालत स्थिर है, और अब उसे आईसीयू से निकालकर वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है...
बताया जाता है कि मुदित ने दोस्तों से कहा था कि कुत्तों को जल्द से जल्द पानी से निकालने की हड़बड़ी में उसे पानी में मगरमच्छों की मौजूदगी की चेतावनी देने वाला कोई संकेत या बोर्ड नज़र नहीं आया...
रामनगरम के पुलिस अधीक्षक बी रमेश ने NDTV को बताया कि किसी ने भी मुदित के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है, लेकिन उन्होंने अपनी तरफ से मामला दर्ज कर लिया है, क्योंकि मुदित ने प्रतिबंधित वनक्षेत्र में बिना अनुमति प्रवेश किया था.
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