यूके के स्टैफ़र्डशायर (Staffordshire) की एक दंपत्ति को उस वक्त शॉक लगा जब उनके रसोई गैस का बिल 11 हजार पाउंड यानी 11 लाख रुपए का आया. 44 वर्षीय ली हेन्स और उनके साथी जो वुडली को लगभग 11,000 पाउंड का अप्रत्याशित बिल मिला. इस दंपत्ति का दावा है कि उन्होंने गैस आपूर्ति के लिए जिम्मेदार पार्टी का पता लगाने और 2005 में घर में आने के बाद गैस के पेमेंट को लेकर काफी पता करने की कोशिश की लेकिन कुछ भी मासूम नहीं चल पाया.
दंपत्ति का कहना है कि गैस सप्लाई की ज़िम्मेदारी को लेकर भ्रम की स्थिति के कारण उन्हें कोई स्पष्ट समाधान नहीं मिला और आखिरकार उन्होंने अपनी पूछताछ छोड़ दी. लगभग दो दशक के बाद अब दंपति को अब 10,824.87 पाउंड (10,88,883 रुपये) का भारी भरकम बिल थमा दिया गया है.
द मेट्रो न्यूज़ के अनुसार, जब दंपत्ति 2005 में अपने घर में रहने आए, तो उन्होंने तुरंत घर के सभी बिलों का भुगतान करने की कोशिश की, लेकिन यह पता नहीं लगा पाए कि उनकी गैस का सोर्स कौन था. नेशनल ग्रिड और उनके हाउसिंग एसोसिएशन के 2006 के एक लेटर ने इस बात को साबित भी किया है.
दंपत्ति का कहना है यह बहुत अजीब था. कुछ महीनों के बाद, हमारे पास हर चीज का बिल था, लेकिन गैस का नहीं. हम अचानक बड़ा बिल आने से चिंतित थे, इसलिए हमने यह पता लगाने की बहुत कोशिश की कि हमारी गैस की आपूर्ति कौन कर रहा था.
उन्होंने आगे कहा कि ‘हाउसिंग एसोसिएशन के व्यक्ति ने उन सभी आपूर्तिकर्ताओं से संपर्क किया जिनके साथ वे काम करते हैं और उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि क्या करना है. जब लोकपाल ने कहा कि केवल कागजी कार्रवाई करें और इसे छोड़ दें, तो हमने बिल्कुल वैसा ही किया.'
मार्च में जब उन्हें गैस वितरक कैडेंट से एक लेटर मिला जिसमें उनकी संपत्ति का निरीक्षण करने का अनुरोध किया गया तो दंपत्ति दंग रह गए. तीन महीने बाद कैडेंट ने उन्हें 10,824.87 पाउंड का बिल भेजा.
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