सुप्रीम कोर्ट परिसर में खुला दिव्यांगों द्वारा संचालित पहला कैफे
भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने आज अन्य न्यायाधीशों के साथ भारत के सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court of India) के परिसर में 'मिट्टी कैफे' (Mitti cafe) का उद्घाटन किया. नवनिर्मित कैफे पूरी तरह से दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा चलाया जाता है. कैफ़े के प्रबंधक दृष्टिबाधित हैं, उन्हें सेलेब्रल पाल्सी है. इस अवसर पर एक छोटे सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें दिव्यांगों ने प्रस्तुति दी. इस मौके पर राष्ट्रगान भी सांकेतिक भाषा में गाया गया था.
उद्घाटन समारोह के दौरान सीजेआई ने सभी से कैफे में आने और इस पहल का समर्थन करने का अनुरोध किया. मिट्टी कैफे एक एनजीओ द्वारा चलाया जा रहा है जो विशेष जरूरतों वाले लोगों के साथ काम करता है. गैर-लाभकारी संगठन उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करता है.
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पूरे भारत में, पहले से ही बेंगलुरु हवाई अड्डे और विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालयों सहित 35 कैफे चल रहे हैं. एनजीओ ने 2017 में अपना काम शुरू किया है और विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए नौकरी के अवसर पैदा किए हैं.
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उनकी वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने अपनी स्थापना के बाद से 10 मिलियन से अधिक भोजन परोसा है और उपहार देने के समाधान प्रदान करने के अलावा, एक खानपान सेवा भी शुरू की है. कैफे का यह भी दावा है कि वह गरीबों को पौष्टिक भोजन परोसता है.
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