खबर सुनते ही उपनगर मलाड में एसबी खान चाल में रहने वाले ऑटोरिक्शा चालक की बेटी प्रेमा के घर के अंदर मेला लग गया है। प्रेमा अपने भाई और पिता के साथ एक सम्मान से लौटी हैं। उन्हें भी समझ नहीं आ रहा कैसे इन सबको हैंडल करे। उनका भाई भी सीए कर चुका है।
एक तमिल परिवार होने के चलते डीएमके पार्टी के कार्यकर्ता एक लाख रुपये के साथ आए। प्रेमा को मिलने वाले मीडिया और नेताओं का रेला लग गया है। घर की इस भीड़भाड़ के बीच उनके पिता सोसायटी में मिठाई बांट रहे हैं।
आज सभी की जुबान पर उपनगर मलाड में एसबी खान चाल में रहने वाले ऑटोरिक्शा चालक की बेटी प्रेमा का नाम है जिसने ऑल इंडिया चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) परीक्षा न केवल पास की है बल्कि शीर्ष स्थान हासिल किया है।
प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया द्वारा नवंबर 2012 में कराई गई परीक्षा में 24 वर्षीय प्रेमा अपनी इस सफलता पर बेहद खुश है। इस परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया।
देश में सर्वाधिक कड़ी परीक्षा समझे जाने वाले इम्तिहान में शीर्ष स्थान पाने के बाद प्रतिक्रिया पूछे जाने पर प्रेमा ने कहा, ‘यह मेरी जीवनभर की उपलब्धि है। मेरे लिए मेहनत ही सफलता की कुंजी है।’ स्वभाव से विनम्र प्रेमा चार्टर्ड एकाउंटेंसी कंपनी किशोर सेठ एंड कंपनी में अपनी इंटर्नशिप के दौरान छह हजार रूपये प्रतिमाह कमा रही थी। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता जयकुमार पेरूमल तथा मां लिंगाम्मल को देती है।
एक तमिल परिवार होने के चलते डीएमके पार्टी के कार्यकर्ता एक लाख रुपये के साथ आए। प्रेमा को मिलने वाले मीडिया और नेताओं का रेला लग गया है। घर की इस भीड़भाड़ के बीच उनके पिता सोसायटी में मिठाई बांट रहे हैं।
आज सभी की जुबान पर उपनगर मलाड में एसबी खान चाल में रहने वाले ऑटोरिक्शा चालक की बेटी प्रेमा का नाम है जिसने ऑल इंडिया चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) परीक्षा न केवल पास की है बल्कि शीर्ष स्थान हासिल किया है।
प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया द्वारा नवंबर 2012 में कराई गई परीक्षा में 24 वर्षीय प्रेमा अपनी इस सफलता पर बेहद खुश है। इस परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया।
देश में सर्वाधिक कड़ी परीक्षा समझे जाने वाले इम्तिहान में शीर्ष स्थान पाने के बाद प्रतिक्रिया पूछे जाने पर प्रेमा ने कहा, ‘यह मेरी जीवनभर की उपलब्धि है। मेरे लिए मेहनत ही सफलता की कुंजी है।’ स्वभाव से विनम्र प्रेमा चार्टर्ड एकाउंटेंसी कंपनी किशोर सेठ एंड कंपनी में अपनी इंटर्नशिप के दौरान छह हजार रूपये प्रतिमाह कमा रही थी। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता जयकुमार पेरूमल तथा मां लिंगाम्मल को देती है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं