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पैदा होते ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ इस बच्चे का नाम, महज 21 हफ्तों में हुआ जन्म, जानें पूरा मामला

इस महीने की शुरुआत में अपना जन्मदिन मनाने के बाद, उसे आधिकारिक तौर पर मोस्ट प्रीमेच्य़ोर बच्चे का GWR पुरस्कार मिला, जिसने संगठन के पिछले रिकॉर्ड धारक, 2020 में अलबामा में पैदा हुए बच्चे को केवल एक दिन से पीछे छोड़ दिया.

पैदा होते ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ इस बच्चे का नाम, महज 21 हफ्तों में हुआ जन्म, जानें पूरा मामला
महज 21 हफ्ते में पैदा हुआ बच्चा, तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड

पिछले साल जुलाई में संयुक्त राज्य अमेरिका में केवल 21 सप्ताह के गर्भ के बाद जन्में नन्हे बच्चे ने आधिकारिक तौर पर दुनिया के सबसे समयपूर्व जन्मे बच्चे यानी वर्ल्ड मोस्ट प्रीमेच्य़ोर बेबी (World's most premature baby) का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (GWR) के अनुसार, नैश कीन (Nash Keen) का जन्म 5 जुलाई, 2024 को आयोवा सिटी, आयोवा में हुआ था. जन्म के समय उसका वजन केवल 10 औंस (10 ounces) था, और वह अपनी नियत तारीख से 133 दिन या लगभग 19 सप्ताह पहले पैदा हुआ था. इस महीने की शुरुआत में अपना जन्मदिन मनाने के बाद, उसे आधिकारिक तौर पर मोस्ट प्रीमेच्य़ोर बच्चे का GWR पुरस्कार मिला, जिसने संगठन के पिछले रिकॉर्ड धारक, 2020 में अलबामा में पैदा हुए बच्चे को केवल एक दिन से पीछे छोड़ दिया.

महीनों चला इलाज

GWR के अनुसार, प्यार से "नैश पोटैटो" कहे जाने वाले इस बच्चे ने जनवरी में अपने माता-पिता, मोली और रान्डेल कीन के साथ घर जाने की अनुमति मिलने से पहले, यूनिवर्सिटी ऑफ़ आयोवा हेल्थ केयर स्टीड फैमिली चिल्ड्रन हॉस्पिटल के नवजात गहन चिकित्सा इकाई में छह महीने बिताए.

नैश की मां, मोली ने कहा, "सच कहूं तो, यह अवास्तविक सा लगता है. एक साल पहले, हमें यकीन नहीं था कि उसका भविष्य कैसा होगा, और अब हमने उसका पहला जन्मदिन मनाया है."

उन्होंने आगे कहा, "यह कई मायनों में भावनात्मक है: गर्व और थोड़ा दुःख भी कि उसका सफ़र कितना अलग रहा है. लेकिन सबसे बढ़कर, यह एक जीत जैसा लगता है. वह इतना आगे आ गया है, और यह मील का पत्थर सिर्फ़ एक साल का होना नहीं है, आशा और यहां तक पहुंचने के लिए उसने जो कुछ भी पार किया है, उसके बारे में है."

चकोतरा फल से भी कम था वजन

अपने जन्म के समय, नैश का वज़न सिर्फ़ 285 ग्राम था यानी एक चकोतरा (Grapefruit) से भी कम और उसकी लंबाई सिर्फ़ 24 सेमी थी. मोली ने याद करते हुए कहा, "वह इतना छोटा था कि मैं उसे अपनी छाती पर भी मुश्किल से महसूस कर पाती थी."

वह आगे बोलीं, "वह तारों और मॉनिटरों से ढका हुआ था, और मैं बहुत घबराई हुई थी... लेकिन जैसे ही उसे मेरी छाती पर रखा गया, मेरी सारी घबराहट गायब हो गई. मैंने उस स्किन टू स्किन कॉन्टैक्ट के लिए इतने लंबे समय से इंतज़ार किया था - ठीक-ठीक तीन हफ़्ते - और यह एक साथ शुद्ध राहत और प्यार जैसा महसूस हुआ,"

मां ने बताया कि नैश का दुनिया में जल्दी आना उसकी 20-हफ़्ते की प्रसवपूर्व जांच के बाद हुआ, जहां उसे पता चला कि उसका गर्भाशय पहले से ही 2 सेंटीमीटर फैल चुका था. कुछ दिनों बाद उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई.

लगभग छह महीने एनआईसीयू में देखभाल के बाद, नैश को जनवरी 2025 की शुरुआत में घर लौटने की इजाजत मिल गई. तब से, उसकी हालत लगातार बेहतर होती जा रही है, हालांकि उसे अभी भी कुछ अतिरिक्त सहायता की ज़रूरत है क्योंकि वह विकसित हो रहा है.

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