यह ख़बर 24 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

कृत्रिम पैरों वाले व्यक्ति ने छुई माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई

खास बातें

  • कृत्रिम पैरों वाले कनाडा के एक व्यक्ति ने अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई कर अद्भुत उदाहरण पेश किया है। ऐसा कर इस व्यक्ति ने उन डॉक्टरों का कहा गलत साबित कर दिया जिन्होंने कहा था कि ‘वह कभी भी समाज का सक्रिय सदस्य नहीं बन सकत
मांट्रियल:

कृत्रिम पैरों वाले कनाडा के एक व्यक्ति ने अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई कर अद्भुत उदाहरण पेश किया है। ऐसा कर इस व्यक्ति ने उन डॉक्टरों का कहा गलत साबित कर दिया जिन्होंने कहा था कि ‘वह कभी भी समाज का सक्रिय सदस्य नहीं बन सकता’।

31 वर्षीय स्पेंसर वेस्ट के दोनों पैर बचपन में ‘सेकरल एजेनेसिस’ नाम की वंशानुगत बीमारी की वजह से खराब हो गए थे। उनके शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था।

लेकिन शारीरिक विकार को वेस्ट ने अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। कनाडा के टोरंटो शहर के रहने वाले वेस्ट ने मंगलवार को समुद्र तल से 6,000 मीटर की ऊंचाई वाले माउंट किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई की। स्पेंसर ने इसे एक अद्भुत व्यक्तिगत सफलता बताया।

वेस्ट ने कहा, ‘‘माउंट किलिमंजारो के शिखर को छूना मेरे लिए सबसे बड़ी मानसिक और शारीरिक चुनौती थी। लेकिन ऐसा करके मैंने अपने आप में और दूसरों में विश्वास करने की भावना को प्रबल कर दिया।’’ वेस्ट ने कहा, ‘‘शारीरिक रूप से यह बड़ी चुनौती थी क्योंकि मैंने ज्यादातर चढ़ाई हाथों के सहारे की जिससे मेरे कंधों और बांहों पर बहुत दबाव पड़ा।’’ इस चढ़ाई में वेस्ट के साथ उनके दो सबके अच्छे दोस्त डैविड जॉनसन और एलेक्स मीर्स भी थे। इन लोगों का उद्देश्य इस चढ़ाई के माध्यम से केन्या में सैकड़ों लोगों के लिए जल की आपूर्ति करने वाले एक संगठन ‘फ्री दि चिल्ड्रेन’ के लिए पैसे जुटाना था।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

समाजसेवा के अलावा वेस्ट ऐसा कर उन डॉक्टरों को गलत साबित करना चाहते थे जिन्होंने उनके माता-पिता से कहा था कि उनका बेटा कभी भी समाज का सक्रिय सदस्य नहीं हो सकता। तब वेस्ट की उम्र पांच साल थी।