गुड़गांव:
रामलीला मैदान में अनशन तोड़ने के बाद अन्ना हजारे को मेदांता अस्पताल में डॉक्टरों के एक दल की निगरानी में रखा गया है और 12 दिन बाद रविवार को उन्हें तरल पदार्थ देना शुरू कर दिया गया है। डॉक्टरों ने कहा कि अन्ना निर्जलीकृत और थके हुए हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मेदांता-मेडिसिटी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ नरेश त्रेहन ने कहा, उन्हें आज दोपहर बाद भर्ती किया गया है। वह आराम कर रहे हैं। उनका रक्तचाप 120.70 और नब्ज की गति 94 है। हम उन पर करीब से नजर रख रहे हैं क्योंकि इस उम्र में उनका वजन साढ़े सात किलोग्राम कम हो गया है। उन्होंने कहा, हृदय की धड़कन तेज है, यह सामान्यत: 80 होना चाहिए। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि उनके सभी महत्वपूर्ण अंग सामान्य हो गए हैं। डॉ त्रेहन ने कहा, हमने उन्हें कम से कम 48 घंटे के लिए तरल पदार्थ देना शुरू कर दिया है जिसमें नारियल पानी और शहद है। इसके बाद उन्हें थोड़ा गाढ़ा और फिर ठोस आहार दिया जाएगा। उन्होंने कहा, हम उनकी किडनी, जिगर और अन्य महत्वपूर्ण अंगों का भी परीक्षण करेंगे ताकि अनशन के दौरान हुए किसी तरह के नुकसान की भरपाई हो सके। डॉ त्रेहन ने कहा कि अन्ना की सेहत पूरी तरह ठीक होने के बाद ही उन्हें छुट्टी दी जाएगी। अन्ना को लेकर यहीं आए वाहन को भीड़ ने घेर लिया और पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। अन्ना के समर्थकों के हाथों में गुलदस्ते थे। अन्ना के साथ उनके करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया थे। कुछ समर्थकों की तो यह भी मांग थी कि अन्ना कुछ पल के बाहर आएं ताकि वे उनके चरण छू सकें।
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