दिल्ली के पुराने घरों में अक्सर एक ही जैसी समस्या देखने को मिलती है, कम रोशनी, कम हवा और बेहद क्लोज़्ड स्ट्रक्चर. लेकिन जब किसी जगह की प्लानिंग सोच-समझकर की जाए, तो वही पुराना घर एक नई दुनिया में तब्दील हो सकता है. इसका सबसे शानदार उदाहरण दिल्ली का एक 40 साल पुराना DDA फ्लैट है, जिसे करीब 40 लाख रुपये की लागत से इतना खूबसूरत मेकओवर मिला कि लोग उसे अब ‘मिनी मेंशन' कह रहे हैं.
हाल ही में स्टूडियो अल्टरस्पेस ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें इस फ्लैट का पहले और बाद का बदलाव दिखाया गया. वीडियो देखने के बाद साफ समझ आता है कि कैसे एक अंधेरा, घुटन भरा और बंद-सा दिखने वाला घर कुछ आर्किटेक्चरल बदलावों की वजह से एक सुहावने, खुली हवा वाले और बेहद मॉडर्न घर में बदल गया.
अंधेरे से उजाले तक की यात्रा
फ्लैट के बारे में बताया गया कि इसमें ना रोशनी आती थी, ना हवा और दीवारें हर दिशा को बंद कर देती थीं. लेकिन जब इस घर का काम स्टूडियो अल्टरस्पेस की संस्थापक आर्किटेक्ट आकांक्षा देवान और उनकी टीम ने संभाला, तो पूरी कहानी बदल गई. आर्किटेक्ट ने परिवार की एक ही मांग सुनी, “घर ऐसा हो जो खुला लगे, कैरेक्टर वाला हो और जिसमें हर कोना काम आए.” काम शुरू हुआ और सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ कि कई दीवारें हटा दी गईं. घर में फ्लोर-टू-सीलिंग विंडोज़ लगाई गईं, जिससे ऐसा लगा जैसे कमरा खुद रोशनी को गले लगा रहा हो. हवा का रुख बदला, वातावरण बदला और कमरा एकदम अलग नज़र आने लगा.
देखें Video:
1100 स्क्वायर फीट में खुला और जीवंत घर
1100 वर्ग फुट के इस घर को डिजाइनरों ने ऐसी प्लानिंग से बदला कि न केवल जगह बढ़ी, बल्कि घर ‘सांस लेने वाला' महसूस होने लगा.
• सीढ़ियों में रिब्ड ग्लास का उपयोग किया गया, जिससे ऊपर और नीचे की रोशनी आसानी से फैल सके.
• दीवारों को हल्के, क्रीम और सफेद रंगों में रंगा गया, ताकि घर और ज्यादा रोशन महसूस हो.
• लिविंग रूम में एक बर्न्ट ऑरेंज सोफ़ा लगाया गया, जो पूरे घर का bold accent बन गया.
• गोल आकार की मल्टी-टियर कॉफ़ी टेबल ने मॉडर्न टच दिया.
• बड़े इनडोर पौधों और छोटे गमलों ने माहौल को प्राकृतिक और जीवंत बनाया.
घर की आत्मा बनाने में कस्टम फर्नीचर, साफ-सुथरी फिनिश, और बोल्ड सामग्री कॉन्ट्रास्ट ने बड़ी भूमिका निभाई, जबकि मूल स्ट्रक्चर की खूबसूरती को बरकरार रखा गया. स्टूडियो अल्टरस्पेस ने लिखा, “हमने हर कोना खोला, रोशनी लाई, पर्याप्त स्टोरेज बनाया और घर को नई पहचान दी. पूरा बदलाव घर की आत्मा को और गहराई दे गया.”
कैसे पुराना घर बना ‘ड्रीम होम'
यह बदलाव साबित करता है कि सोच, डिजाइन और सही दिशा इन तीन चीज़ों से कोई भी पुराना घर एक शानदार नया जन्म ले सकता है. 13वीं मंज़िल हो या ग्राउंड फ्लोर पुराना स्ट्रक्चर कभी बाधा नहीं बनता, अगर डिजाइन उसे समझकर किया जाए. यह DDA फ्लैट अब सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि यह दिखाने वाला उदाहरण है कि हर पुरानी दीवार के पीछे एक नया भविष्य छिपा होता है.
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