
भारतीय मूल के लेखक सलमान रश्दी ने चिंता व्यक्त की है कि भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो सरकार बनेगी वह एक ‘परेशान करने वाली’ सरकार होगी और अगर बीजेपी सत्ता में आती है तो देश में अभिव्यक्ति की आजादी का हाल पहले से बदतर हो सकता है।
न्यूयॉर्क पर चल रहे दसवें सालाना ‘पेन वर्ल्ड वॉयस फेस्विटल’ में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्व पर केंद्रित एक सत्र के दौरान रश्दी ने कहा, 'मैं नरेंद्र मोदी की सरकार को लेकर खासा चिंतित हूं। ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि यह एक परेशान करने वाली सरकार होगी। हम ये देखते हैं अभी तक (बीजेपी) सत्ता हासिल नहीं करने के बावजूद पत्रकारों और लेखकों को परेशान किया जाता है।'
मोदी के नेतृत्व में बनने वाले भारत को लेकर उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा, 'आपने देखा है कि एक तरह की परेशान करने वाली सेंसरशिप है, लोग चिंतित हैं कि उन्हें परेशान किया जा रहा है और इसलिए कोशिश करते हैं कि कुछ ऐसा न करें जिससे उन्हें ‘मोदी समर्थकों के प्रकोप का सामना करना पड़े।'
रश्दी ने कहा कि भारत में नरेंद्र मोदी की तरह का कभी कोई राजनेता नहीं हुआ और उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोकसभा चुनाव जीतने और मोदी के अगला प्रधानमंत्री बनने की अधिक संभावना है और 'हमें यह देखना होगा कि प्रधानमंत्री पद उन्हें कितना उदार बनाता है।'
फेस्टिवल में अपने साहित्यिक संबोधन के दौरान रश्दी ने मोदी को 'बहुत की विभाजनकारी शख्सियत' और 'कट्टरपंथियों का कट्टरपंथी' बताया और चिंता जताई कि अभिव्यक्ति की आजादी और साहित्यिक कार्य पर हमले भाजपा शासित भारत में और बढ़ जाएंगे।
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