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This Article is From Oct 24, 2011

अमेरिकी वित्तीय कंपनियों से हार मानी विकिलीक्स ने

लंदन: अपने सनसनीखेज खुलासों से कई सरकारों को संकट में डाल देने वाली वेबसाइट विकिलीक्स ने अपना काम 'अस्थाई' तौर पर रोकने की घोषणा की और उसने इसका दोष अमेरिका की भुगतान सेवा में लगी वीसा, मास्टरकार्ड और वेस्टर्न यूनियन जैसी वित्तीय कंपनियों पर मढ़ा। विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांज ने वेबसाइट को थोड़े समय के लिए बंद करने की घोषणा कर दी। उन्होंने यह भी संकल्प भी किया कि वे इस विश्वभर में चर्चित अपनी वेबसाइट की तथाकथित आर्थिक घेरेबंदी के खिलाफ लड़ेंगे। असांज के ग्रुप ने एक बयान जारी किया है जिसके अनुसार वह धन जुटाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रकाशन का काम फिलहाल रोक रहा है। ग्रुप का कहना है कि वीजा, मास्टरकार्ड, वेस्टर्न यूनियन तथा पेपाल द्वारा की गई आर्थिक घेरेबंदी के बाद उसके पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बयान में कहा गया है कि विकिलीक्स को अस्तित्व बनाए रखने के लिए धन जुटाने पर ध्यान देना ही होगा ताकि इस आर्थिक नाकेबंदी तथा उसके सूत्रधारों से लड़ा जा सके। अमेरिका के दबाव के चलते अमेरिकी वित्तीय कंपनियों ने विकिलीक्स से अपने संबंध तोड़ लिए हैं। विकिलीक्स विभिन्न सरकारों के गोपनीय दस्तावेजों का प्रकाशन करती रही है और पिछले साह ही उसने अमेरिकी गृह मंत्रालय के लगभग 2,50,000 गोपनीय संदेशों का प्रकाशन किया था। वेबसाइट का कहना है कि अमेरिकी कंपनियों द्वारा अनुदान स्वीकार किए जाने के कारण उसे हजारों डॉलर का नुकसान हुआ है। असांज यूरोप तथा अमेरिका में कानूनी दबावों का सामना भी कर रहे हैं। विकिलीक्स के बयान में कहा गया है कि इसके अस्तित्व को बनाए रखने के लिए धन जुटाने हेतु जोरदार प्रयास किए जाएंगे ताकि इसकी वित्तीय नाकेबंदी का मुकाबला किया जा सके। असांज ने कहा कि यह नाकेबंदी गैर कानूनी है और इससे विकिलीक्स का 95 प्रतिशत कारोबार चौपट हो चुका है। माना यह जा रहा है कि इन भुगतान सेवा कंपनियों ने अमेरिकी प्रशासन के दबाव में विकिलीक्स की नाकेबंदी की है।

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