Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों, ये है वजह बड़ी वजह

नवंबर 2021 में हुए सर्वे के अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाया जाए लेकिन युवा आबादी की अलग राय है. वह ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की मांग का समर्थन कर रहे हैं कि यह दिन राष्ट्रीय दिवस नहीं होना चाहिए.

Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों, ये है वजह बड़ी वजह

ऑस्ट्रेलिया में 26 जनवरी को राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाने का हो रहा विरोध (प्रतीकात्मक तस्वीर)

भारत जिस दिन 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस ( Republic Day) मनाता है, उसी दिन ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय दिवस ( Australia Day) भी मनाया जाता है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) की युवा आबादी अपने राष्ट्रीय दिवस (National Day) का ही विरोध कर रही है.ऑस्ट्रेलिया की 9न्यूज़.कॉम  और द गार्डियन पर बताया गया है कि 26 जनवरी के मौके पर राष्ट्रीय दिवस मनाए जाने का विरोध करते हुए ऑस्ट्रेलिया में रैलियां हो रही हैं. हज़ारों लोग इस मौके पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं. 26 जनवरी को इनवेज़न डे (Invasion Day) यानि घुसपैठ दिवस बताते हुए कई जगह ब्रिटेन के खोजी कैप्टन कुक की मूर्तियों को लाल रंग दिया गया. एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के पत्रकार ने 26 जनवरी को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. 

26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया डे मनाने पर मतभेद 

ऑस्ट्रेलिया के मूलनिवासी (Aboriginal) लोग कई सालों से 26 जनवरी को राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाए जाने का विरोध कर रहे हैं.  26 जनवरी, 1788 को यहां ब्रिटिश नौसेना के पहुंने के बाद ऑस्ट्रेलिया एक ब्रिटिश उपनिवेश में तब्दील हो गया. इसके बाद यहां मूलनिवासियों का उत्पीड़न भी शुरू हुआ था.

 द कन्वरसेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2021 में 5000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर एक सर्वे हुआ था.  इसके अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को ही ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाया जाए लेकिन 35 साल के नीचे के लोगों की अलग राय है. ऑस्ट्रेलिया में 1986-2022 के बीच जन्में मिलेनियल्स की आबादी में आधे से अधिक (53%) लोगों का मानना है कि 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस नहीं मनाया जाना चाहिए. इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया में बदलाव आ रहा है. युवा विविधता के और समान अधिकार और मूल निवासियों के मुद्दों को अधिक तवज्जो दे रहे हैं. पिछले साल 2021 में भी 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाए जाने के विरोध में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे.

क्यों मनाया जाता है ऑस्ट्रेलिया डे?

ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में आधुनिक ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत के तौर पर ऑस्ट्रेलिया डे मनाया जाता है. न्यूज़.कॉम के मुताबिक इसी दिन यानि 26 जनवरी, 1788 में सिडनी कोव में ब्रिटिश बेड़ा पहुंचा था. फ्री प्रेस जनरल के मुताबिक ब्रिटिश गवर्नर आर्थर फिलिप की अगुवाई में 11 जहाज़ों के बेड़े को इस इलाके में रहने लायक कोई जगह नहीं मिल रही थी. 26 जनवरी को जब यह बेड़ा ऑस्ट्रेलिया के तट पर पहुंचा तो इसमें दो रॉयल नेवी के जहाज़ भी थे.

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26 जनवरी को ही पोर्ट जैकसन के सिडनी कोव में ब्रिटिश झंडा फहराया गया. इस दिन को ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे भी कहा जाता है. सबसे पहले 1992 में ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे कॉन्सर्ट भी हुआ था. इसे अनौपचारिक तौर पर फाउंडेशन डे, एनिवर्सरी डे या ऑस्ट्रेलिया नेशनल डे भी कहा जाता है.