पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम इलाके के चारसद्दा में बनी हुई बाचा खान यूनिवर्सिटी में जिस वक्त आतंकवादियों ने हमला किया, वहां बाचा खान की पुण्यतिथि मन रही थी। यूनिवर्सिटी 3 जुलाई 2012 को ही स्थापित की गई थी और बकौल इस यूनिवर्सिटी की वेबसाइट, यूनिवर्सिटी का नाम खान अब्दुल गफ्फार खान (जिन्हें बाचा खान) भी कहा जाता है, के नाम पर रखा गया।
20 जनवरी 1988 के दिन खान अब्दुल गफ्फार खान (बाचा खान) का निधन हो गया था। 1987 में भारत ने उन्हें भारत रत्न की उपाधि भी दी थी। सीमांत गांधी भी कहे जाने वाले ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान ताउम्र उदार और गांधीवादी रहे। वह भारत के बहुत क़रीब रहे।
वेबसाइट के मुताबिक, बाचा खान के शांति और वैश्विक भाईचारे के संदेश को सैंद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से लागू करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य है।
20 जनवरी 1988 के दिन खान अब्दुल गफ्फार खान (बाचा खान) का निधन हो गया था। 1987 में भारत ने उन्हें भारत रत्न की उपाधि भी दी थी। सीमांत गांधी भी कहे जाने वाले ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान ताउम्र उदार और गांधीवादी रहे। वह भारत के बहुत क़रीब रहे।
वेबसाइट के मुताबिक, बाचा खान के शांति और वैश्विक भाईचारे के संदेश को सैंद्धांतिक और व्यावहारिक रूप से लागू करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य है।
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