विज्ञापन
This Article is From Aug 30, 2021

'यूरोप में 1 दिसंबर तक कोरोना से 236,000 और लोगों की हो सकती है मौत' : WHO की चेतावनी

यूरोप के 53 सदस्‍यों देशों में से 33 में पिछले दो सप्‍ताह में कोविड के कारण मौतों के मामले में 10 फीसदी से अधिक वृद्धि देखी गई है. क्‍लुग ने कहा, 'पूरे महाद्वीप में उच्च वायरस संक्रमण दर निश्चित रूप से चिंताजनक है.

'यूरोप में 1 दिसंबर तक कोरोना से 236,000 और लोगों की हो सकती है मौत' :  WHO की चेतावनी
यूरोप में पिछले कुछ सप्‍ताह में कोरोना के कारण मौतों की संख्‍या में इजाफा हुआ है (प्रतीकात्‍मक फोटो)
कोपेनहेगन:

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन यानी WHO ने  1 दिसंबर तक यूरोप में कोविड-19 के कारण 236000 और मौतों की आशंका जताई है. संगठन ने टीकाकरण की बेहद कम दर और गरीब देशों में वैक्‍सीन की कमी के मद्देनजर यह अंदेशा व्‍यक्‍त किया है. WHO यूरोप के निदेशक हेंस क्‍लुग नेसंवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'पिछले सप्‍ताह क्षेत्र में कोरोना के कारण हुई मौतों में  11 फीसदी की वृद्धि देखी गई. एक विश्‍वसनीय अनुमान बताता है कि 1 दिसंबर तक यह संख्‍या 236,000 तक पहुंच सकते है. ' अब तक यूरोप  में कोविड-19 के कारण 1.3 मिलियन यानी 13 लाख मौतें दर्ज की गई हैं. 

मुंबई : चिल्ड्रन होम में रहने वाले 54 बच्चे कोरोना पॉजिटिव, लंबी खांसी और बुखार की हो रही है शिकायत

यूरोप के 53 सदस्‍यों देशों में से 33 में पिछले दो सप्‍ताह में कोविड के कारण मौतों के मामले में 10 फीसदी से अधिक वृद्धि देखी गई है. क्‍लुग ने कहा, 'पूरे महाद्वीप में उच्च वायरस संक्रमण दर निश्चित रूप से चिंताजनक है. खासतौर पर कई देशों की प्राथमिकता वाली आबादी में टीकाकरण की धीमी  गति के कारण ऐसा खतरा और बढ़ सकता है. ' क्‍लुग ने  प्रतिबंधों में दी जा रही रियायत और गर्मी के मौसम में लोगों के अधिक यात्रा करने को कोरोना वायरस के डेल्‍टा वेरिएंट की उच्‍च संक्रमण दर का कारण माना.

COVID वैक्सीनेशन में टीचरों, स्कूल स्टाफ को मिले प्राथमिकता, WHO का सुझाव

उन्‍होंने कहा कि यूरोप में आधी आबादी का फुली वैक्‍सीनेशन हो चुका है लेकिन क्षेत्र में टीकाकरण की रफ्तार में अब सुस्‍ती आई है. पिछले छह सप्‍ताह में यह गिरते हुए 14  फीसदी पर आ गई है. कुछ देशों तक वैक्‍सीन की कमजोर पहुंच और कुछ देशों में वैक्‍सीन की स्‍वीकार्यता में कमी इसका कारण  है. यूरोप के निम्‍न और निम्‍न-मध्‍यम आय वाले देशों में केवल 6 फीसदी लोग ही फुली वैक्‍सीनेट हुए हैं. कुछ देशों में तो 10 में से एक हेल्‍थ प्रोफशनल को ही टीका लगाया जा सका है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com