संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने मंगलवार को कहा कि वह इज़रायल (Israel) पर शनिवार के हमले के बाद जल्द ही ईरान के मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम पर प्रतिबंध लगाएगा और अमेरिका को उम्मीद है कि उसके सहयोगी और साझेदार इसी तरह के उपायों का पालन करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की घोषणा ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन द्वारा संकेत दिए जाने के बाद दंडात्मक उपायों पर काम चल रहा है और यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि उनका कार्यालय इस पर काम कर रहा है.
बता दें कि बीते शनिवार को ईरान ने 300 मिसाइल और ड्रोन से इज़रायल पर हलमा किया था. यह हमला इजरायल द्वारा 1 अप्रैल को दमिश्क में तेहरान के वाणिज्य दूतावास पर घातक हमले का प्रतिशोध था. हालांकि, ईरान के इस हमले को अवरोधित कर दिया गया था और इस वजह से इजरायल को मामुली क्षति ही हुई है.
सुलिवन ने एक बयान में कहा, "आने वाले दिनों में, संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान पर नए प्रतिबंध लगाएगा, जिसमें उसके मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रम के साथ-साथ रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और ईरानी रक्षा मंत्रालय भी शामिल हैं." उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि हमारे सहयोगी और साझेदार जल्द ही अपने स्वयं के प्रतिबंधों का पालन करेंगे".
"ये नए प्रतिबंध और अन्य उपाय ईरान की सैन्य क्षमता और प्रभावशीलता को नियंत्रित करने और कम करने और उसके समस्याग्रस्त व्यवहारों की पूरी श्रृंखला का सामना करने के लिए दबाव बनाते रहेंगे." अमेरिकी अधिकारी ईरान की गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए आर्थिक उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं, इसके ड्रोन और मिसाइल कार्यक्रमों के साथ-साथ हमास जैसे समूहों के वित्तपोषण पर भी निशाना साध रहे हैं, जिसने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर अपना हमला शुरू किया था.
इससे पहले, येलेन ने प्रतिबंधों का पूर्वावलोकन करते हुए संवाददाताओं से कहा था, "ईरान की कार्रवाइयों से क्षेत्र की स्थिरता को खतरा है और इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है." उन्होंने कहा, "ईरानी शासन की दुर्भावनापूर्ण और अस्थिर करने वाली गतिविधि को बाधित करने के लिए हमारे प्रतिबंध प्राधिकरण का उपयोग करने के लिए" ट्रेजरी अमेरिकी सहयोगियों के साथ काम करने में संकोच नहीं करेगी."
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