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This Article is From Mar 22, 2013

मरीन पर बातचीत के लिए ‘जरूरी’ था भारत के साथ विवाद : इटली

रोम: इटली ने शुक्रवार को कहा कि दो भारतीय मछुआरों की हत्या का आरोप झेल रहे इतालवी मरीन को मौत की सजा न दी जाए यह सुनिश्चित करने के लिए इस मामले में भारत के साथ कूटनीतिक विवाद ‘आवश्यक’ था।

इटली के विदेशमंत्री जूलियो टैरजी ने ‘ला रिपब्लिका’ अखबार से कहा, ‘‘परिस्थितियां सामान्य हो रही हैं।’’ भारतीय उच्चतम न्यायालय द्वारा इटली के राजदूत के देश छोड़ने पर रोक लगाए जाने के बाद इटली ने कल अपनी कैबिनेट बैठक के बाद दोनों मरीन को वापस भेजने की घोषणा की।

मरीन मसिमिलिआनो लातोरे और साल्वातोरे गिरोने को पिछले वर्ष फरवरी में मछुआरों की हत्या के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। दोनों आज इटली के उपरक्षा मंत्री स्तीफन डी मिस्तूरा के साथ एक विशेष विमान से भारत पहुंच गए हैं।

मरीन को वापस नहीं भेजने के अपने पुराने निर्णय को उचित ठहराते हुए टैरजी ने कहा कि दोनों को वापस भेजने से पहले बातचीत के लिए समय लिए बगैर ‘हम वर्तमान शर्तों पर नहीं पहुंचे होते जो, रोजमर्रा की बेहतर जिन्दगी जीने और उन्हें मौत की सजा नहीं देने की गारंटी देता है।’

भारतीय उच्चतम न्यायालय ने दोनों को मतदान में भाग लेने के लिए स्वदेश वापसी की विशेष अनुमति दी थी। दोनों मरीन पर दो भारतीय मछुआरों की हत्या का आरोप है।

इटली जोर दे रहा था कि दोनों पर मुकदमा यहीं चलाया जाए क्योंकि घटना के वक्त वे इटली के ध्वजवाहक पोत में सवार थे जबकि भारत का कहना था कि घटना उसकी सीमा में हुई है इसलिए मुकदमा वहीं चलेगा।

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