नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उम्मीद जताई कि मालदीव में सभी राजनीतिक विचारधाराएं आगे का रास्ता तलाशने के लिए एकजुट होंगी, वहीं मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद ने चुनावों और लोकतंत्र के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता जताई।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फरवरी में बदलते राजनीतिक हालात में सत्ता पर काबिज होने के बाद से पहली विदेश यात्रा पर निकले वहीद ने सिंह के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने अपने देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी।
राष्ट्रपति वहीद ने मालदीव सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीय जांच आयोग (एनसीआई) से जुड़े मुद्दों पर भी सिंह को जानकारी दी जिसका गठन सात फरवरी, 2012 के घटनाक्रम की जांच के लिए किया गया था, जिस दिन वहीद ने मोहम्मद नशीद के इस्तीफे के बाद पद संभाला। सिंह ने मुलाकात के दौरान वहीद को आश्वासन दिया कि मालदीव के विकास के लिए भारत मदद करता रहेगा। सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि मालदीव में शांति और स्थिरता भारत के लिए अहम है।
भारत के साथ दीर्घकालिक मित्रता के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए वहीद ने सभी सहमतियों का पालन करते रहने पर जोर दिया।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने भारत के समर्थन के लिए उसका आभार भी अदा किया।
वहीद ने कहा कि मालदीव ने लोकतांत्रिक शासन को सीखने में भारत के अनुभवों और उदाहरण पर गौर किया है।
वह अपने पांच दिवसीय दौरे में उद्यमियों से भी मुलाकात कर सकते हैं और मालदीव में भारतीय निवेश का प्रस्ताव रख सकते हैं।
इससे पहले, विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मुलाकात कर वहीद ने द्विपक्षीय रिश्तों के अनेक पहलुओं पर चर्चा की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फरवरी में बदलते राजनीतिक हालात में सत्ता पर काबिज होने के बाद से पहली विदेश यात्रा पर निकले वहीद ने सिंह के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने अपने देश के मौजूदा राजनीतिक हालात पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी।
राष्ट्रपति वहीद ने मालदीव सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीय जांच आयोग (एनसीआई) से जुड़े मुद्दों पर भी सिंह को जानकारी दी जिसका गठन सात फरवरी, 2012 के घटनाक्रम की जांच के लिए किया गया था, जिस दिन वहीद ने मोहम्मद नशीद के इस्तीफे के बाद पद संभाला। सिंह ने मुलाकात के दौरान वहीद को आश्वासन दिया कि मालदीव के विकास के लिए भारत मदद करता रहेगा। सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि मालदीव में शांति और स्थिरता भारत के लिए अहम है।
भारत के साथ दीर्घकालिक मित्रता के लिए प्रतिबद्धता दोहराते हुए वहीद ने सभी सहमतियों का पालन करते रहने पर जोर दिया।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने भारत के समर्थन के लिए उसका आभार भी अदा किया।
वहीद ने कहा कि मालदीव ने लोकतांत्रिक शासन को सीखने में भारत के अनुभवों और उदाहरण पर गौर किया है।
वह अपने पांच दिवसीय दौरे में उद्यमियों से भी मुलाकात कर सकते हैं और मालदीव में भारतीय निवेश का प्रस्ताव रख सकते हैं।
इससे पहले, विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मुलाकात कर वहीद ने द्विपक्षीय रिश्तों के अनेक पहलुओं पर चर्चा की।