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This Article is From Apr 22, 2012

फ्रांस : राष्ट्रपति चुनाव में सरकोजी का भविष्य दांव पर

पेरिस: फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के प्रथम चरण में रविवार को लाखों लोगों ने मतदान किया। कमजोर अर्थव्यवस्था और अत्यधिक बेरोजगारी से जूझ रहे देश में यह चुनाव मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी की सत्ता में वापसी पर मुश्किलें खड़ी कर सकता है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि चुनावों के प्रथम चरण में मतदान के लिए भारी संख्या में लोग उमड़े। मतदान स्थलों पर मतदान रात आठ बजे बंद होने के बाद पहला आधिकारिक परिणाम घोषित किया जाना है।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दिन के 12 बजे तक 28 फीसदी मतदान हुआ। मतदान का यह प्रतिशत वर्ष 2007 के इसी समय के आंकड़े से थोड़ा कम है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भारी संख्या में मतदाताओं का उमड़ने से परिणाम विपक्षी उम्मीदवारों के पक्ष में जा सकता है।

ज्ञात हो कि 4.40 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी समाजवादी फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड सहित 10 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने के लिए मतदान में हिस्सा ले रहे हैं।

सरकोजी ने अपनी पत्नी कार्ला ब्रूनी-सरकोजी सहित पेरिस में दोपहर से ठीक पहले मतदान किया। उन्होंने हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया और बगैर कोई बयान दिए वहां से चले गए।

रपटों के अनुसार, फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड फ्रंट रनर के रूप में उभरे हैं, और यदि सरकोजी हारते हैं, तो वह वालेरी गिस्कार्ड दीइस्तैंग (1981) के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए जीत न हासिल करने वाले पहले राष्ट्रपति बन जाएंगे।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सबसे बड़े विपक्षी दल, सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार फ्रांको होलांद ने मध्य फ्रांस के टुले में मतदान किया, जहां वह 2001 से 2008 तक बतौर मेयर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

अपना वोट डालने के बाद फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड ने संवाददाताओं से कहा, "मैं जनता के बीच उपस्थित रहने वाला, सबसे जुड़ा रहने वाला व्यक्ति हूं, और सभी माननीयों से ऊपर हूं।" उन्होंने कहा कि यह दिन एक महत्वपूर्ण दिन है।

इसके पहले डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार फ्रैंकोइस बेरो, वाम मोर्चे के उम्मीदवार जीन-लुक मेलेंचन और दक्षिणपंथी नेशनल फ्रंट के उम्मीदवार मेरीन ले पेन ने अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान किए।

शुक्रवार को जारी हुए आईएफओपी के एक ताजा सर्वेक्षण में सरकोजी और उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी समाजवादी फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड के बीच कांटे का मुकाबला दिखाया गया है। सर्वेक्षण में दोनों को 27 प्रतिशत वोट हासिल होने की सम्भावना जताई गई है।

सर्वेक्षण के अनुसार, नेशनल फ्रंट के उम्मीदवार मेरीन ले पेन 16 प्रतिशत वोट के साथ काफी पीछे हैं।

देशभर के 85,000 मतदान केंद्र, बड़े शहरों में शाम आठ बजे और बाकी अन्य स्थानों में शाम छह बजे बंद हो जाएंगे।

फ्रेंच कानून के मुताबिक सभी मतदान केंद्रों के बंद होने से पहले राष्ट्रपति चुनाव के प्रथम दौर के पूर्व परिणामों या एक्जिट पोल को जारी करने की अनुमति नहीं है।

सरकोजी दूसरे कार्यकाल के लिए मैदान में हैं और उनका कहना है कि एक मजबूत फ्रांस को वही संरक्षित कर सकते हैं। लेकिन प्रतिद्वंद्वी फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड का कहना है कि इस बार शासन करने की बारी वाम की है।

आज के मतदान के बाद छह मई को एक और चक्र का मतदान होगा।

2007 से कुर्सी पर काबिज सरकोजी ने चुनाव अभियान के दौरान वादा किया है कि वह फ्रांस के विशाल बजट घाटे को कम करेंगे।
जबकि फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड ने बड़े कॉरपोरेट समूहों पर और प्रति वर्ष 10 लाख यूरो की आय वाले लोगों पर कर बढ़ाने का संकल्प लिया है। फ्रॉन्सवा ओलॉन्ड यदि जीतते हैं तो वह फ्रैंको मितरांद के बाद फ्रांस के पहले वामपंथी राष्ट्रपति होंगे, जिन्होंने 1981 और 1995 के बीच राष्ट्रपति के रूप में दो कार्यकाल तक अपनी सेवाएं दी थी।

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