काराकस:
कैंसर से जूझ रहे वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज का निधन हो गया है। उनके निधन से लैटिन अमेरिकी वामपंथ की एक बुलंद आवाज शांत हो गई है और तेल समृद्ध देश का भविष्य अनिश्चितता में डूब गया है। उपराष्ट्रपति निकोलस मादुरो राष्ट्रपति शावेज के निधन की घोषणा के समय अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘‘अपने लोगों का साथ देने, उनकी सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए’’ सशस्त्र बलों और पुलिस की तैनाती की है।
शावेज ने मादुरो को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था, लेकिन वेनेजुएला का विपक्ष निश्चित रूप से ताजा चुनाव के लिए दबाव बनाएगा। सरकार के इस आरोप को लेकर तनाव बढ़ रहा है कि उसके घरेलू प्रतिद्वंद्वी विदेशी दुश्मनों के साथ हाथ मिलाये हुए हैं।
शावेज के निधन से कुछ समय पहले मादुरो और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने आरोप लगाया कि वेनेजुएला के शत्रुओं ने 58 वर्षीय शावेज को कैंसर से संक्रमित किया जिसने अंतत: उनकी जान ले ली। इसके साथ ही अमेरिकी दूतावास से संबंधित दो सैन्य विशेषज्ञों को निष्कासित कर दिया गया है।
संविधान के तहत चुनाव 30 दिन के भीतर होने चाहिए और नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष डियोसडाडो कैबेलो को अंतरिम आधार पर सत्ता संभाल लेनी चाहिए, लेकिन शावेज ने वेनेजुएला की जनता से अपील की थी कि यदि वह लौटने में असफल रहें तो वे मादुरो को चुनें।
शावेज ने मादुरो को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था, लेकिन वेनेजुएला का विपक्ष निश्चित रूप से ताजा चुनाव के लिए दबाव बनाएगा। सरकार के इस आरोप को लेकर तनाव बढ़ रहा है कि उसके घरेलू प्रतिद्वंद्वी विदेशी दुश्मनों के साथ हाथ मिलाये हुए हैं।
शावेज के निधन से कुछ समय पहले मादुरो और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने आरोप लगाया कि वेनेजुएला के शत्रुओं ने 58 वर्षीय शावेज को कैंसर से संक्रमित किया जिसने अंतत: उनकी जान ले ली। इसके साथ ही अमेरिकी दूतावास से संबंधित दो सैन्य विशेषज्ञों को निष्कासित कर दिया गया है।
संविधान के तहत चुनाव 30 दिन के भीतर होने चाहिए और नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष डियोसडाडो कैबेलो को अंतरिम आधार पर सत्ता संभाल लेनी चाहिए, लेकिन शावेज ने वेनेजुएला की जनता से अपील की थी कि यदि वह लौटने में असफल रहें तो वे मादुरो को चुनें।
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