अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया है. पाकिस्तानी नागरिकों को मिलने वाले वीजा की अवधि को अमेरिका ने घटा दिया है. दरअसल, अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि अमेरिका ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा की अवधि पांच साल से घटाकर तीन महीने कर दिया है. यह जानकारी एआरवाई न्यूज ने अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के हवाले से दी है. बता दें कि वैश्विक मंच पर आतंकवाद को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे पाकिस्तान के लिए यह किसी दोहरे झटके से कम नहीं है.
Visa duration for Pakistani citizens has been reduced to three months from five years, reports ARY News quoting US Embassy spokesperson. pic.twitter.com/5Pq2ylghhf
— ANI (@ANI) March 6, 2019
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान वैश्विक तौर पर अलग-थलक पड़ता नजर आ रहा है. यही वजह है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान को एक बार फिर से झटका लगा है. अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने फैसला किया है कि वह पाकिस्तान के नागरिकों को तीन महीने से ज्यादा का वीजा नहीं देगी. बता दें कि इससे पहले तक पाकिस्तान के नागरिकों को अमेरिका की ओर से पांच साल तक का वीजा दिया जाता था.
दरअसल, इससे पहले आतंकवाद को लेकर भी पाकिस्तान को अमेरिका ने खरी-खोटी सुनाई थी और पाक की सरजमीं पर आतंकवाद को पनाह न देने के चेतावनी दी थी. अमेरिका ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की सरजमीं पर हुए एयर स्ट्राइक पर भी भारत का साथ दिया था और जैश के आंतकी कैंप पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई को जायज ठहराया था.
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने क्या किया:
पुलवामा हमले के बाद भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्तान से 'मोस्ट फेवरेट नेशन' दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद घाटी में हुए सर्च ऑपरेशन में जैश के कई आतंकवादी मारे गए थें. 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपने असैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया था. भारत के इस कार्रवाई का पूरी दुनिया ने समर्थन किया. 27 फरवरी की शाम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना प्रमुखों के साथ तकरीबन एक घंटे बात की. साथ में राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख अजित डोभाल भी उपस्थित थें. उच्चस्तरीय बैठक के बाद दिल्ली मेट्रो के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया और प्रत्येक दो घंटे पर स्टेशन कंट्रोलर को सूचना देने का भी निर्देश दिया गया.
पुलवामा आतंकी हमला
इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं