- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि अगर वेनेजुएला के राष्ट्रपति सत्ता छोड़ते हैं तो वह एक स्मार्ट कदम होगा
- मादुरो ने ट्रंप को जवाब देते हुए अमेरिका की आंतरिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है
- रूस ने वेनेजुएला को पूर्ण समर्थन दिया और चीन ने टैंकरों की जब्ती को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पड़ोस में बसे देश वेनेजुएला के पीछे ऐसे पड़े हैं कि यह पूरा विवाद एक बड़ा रूप लेता जा रहा है. वैसे तो अमेरिका ने वेनेजुएला के खिलाफ अपना मोर्चा ड्रग्स तस्करी के आरोप में खोला था लेकिन अब इस विवाद में रूस और चीन भी खूद गए हैं और डर है कि कहीं यह बड़े सैन्य संघर्ष में न बदल जाए. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो खुद सत्ता छोड़ देंगे तो यह एक "स्मार्ट" कदम होगा. वहीं मादुरो ने जवाब देते हुए कहा है कि ट्रंप के लिए वेनेज़ुएला के बजाय अमेरिका पर ध्यान केंद्रित करना 'बेहतर' होगा.
अमेरिका हाल ही में वेनेज़ुएला के निकट जल क्षेत्र में अपनी सैन्य तैनाती को लगातार बढ़ा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते निकोलस मादुरो की सरकार को "विदेशी आतंकवादी संगठन" के रूप में नामित किया था. उन्होंने वेनेजुएला की आर्थिक जीवन रेखा को सीधे निशाना बनाते हुए वेनेजुएला में आने और वहां से निकलने वाले सभी प्रतिबंधित (सैंक्शंड) तेल टैंकरों की "संपूर्ण और पूर्ण नाकाबंदी" का आदेश दिया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने वेनेजुएला पर फिर निशाना साधा
सोमवार को ट्रंप अपने फ्लोरिडा स्थित घर पर थे. यहां पत्रकारों ने उनसे यह सवाल किया कि क्या अमेरिका जो धमकियां दे रहा है, वो मादुरो को 12 साल बाद सत्ता छोड़ने को मजबूर करने के लिए दे रहा है. इस सवाल पर ट्रंप ने कहा, "यह उन पर निर्भर है कि वह क्या करना चाहते हैं. मुझे लगता है कि ऐसा करना उसके लिए समझदारी (स्मार्ट कदम) होगी."
ट्रंप ने आगे कहा कि अगर मादुरो सख्ती दिखाते हैं, तो यह आखिरी बार होगा जब यह सख्ती वाला खेल खेल पाएंगे.
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने दिया जवाब
कुछ ही घंटों बाद पलटवार करते हुए मादुरो ने कहा कि ट्रंप के लिए "बेहतर होगा" अगर वह वेनेजुएला की सरकार को धमकी देने के बजाय अपने देश की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करें. मादुरो ने सार्वजनिक टेलीविजन पर ब्रॉडकास्ट किए गए एक भाषण में कहा, "आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर वह अपने देश में बेहतर स्थिति में होंगे और अगर वह अपने देश के मामलों का ध्यान रखेंगे तो दुनिया में भी उनकी स्थिति बेहतर होगी."
रूस ने वेनेजुएला को दिया फुल सपोर्ट का भरोसा
अमेरिका के दबाव के बीच रूस ने वेनेजुएला को अपना पूरा समर्थन दे दिया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और वेनेजुएला के विदेश मंत्री यवन गिल ने फोन कॉल पर बात की है. इस कॉल के बारे में कहा रूसी विदेश मंत्रालय ने बताया, "मंत्रियों ने कैरेबियन सागर में वाशिंगटन की बढ़ती गतिविधियों पर गहरी चिंता व्यक्त की, जिसके क्षेत्र के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग को खतरा हो सकता है."
एक बयान में कहा गया, "रूसी पक्ष ने वर्तमान संदर्भ में वेनेजुएला के नेतृत्व और लोगों के प्रति अपने पूर्ण समर्थन और साथ खड़े होने की पुष्टि की है."
चीन ने भी की अमेरिका की आलोचना
चीन ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में वेनेजुएला के तेल टैंकरों को जब्त (सीज) करने के अमेरिकी सेना के कदम की निंदा करते हुए कहा कि यह "मनमानी कार्रवाई" अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने 20 दिसंबर को अमेरिकी तट रक्षक द्वारा वेनेजुएला के तेल टैंकर की जब्ती पर एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की. लिन ने कहा कि अमेरिका द्वारा विदेशी जहाजों की मनमानी जब्ती अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है.
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