अमेरिका एक संयुक्त पंचवर्षीय योजना के तहत चरमपंथ तथा आतंकवाद विरोधी क्षमताओं के विकास के लिए पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता उपलब्ध कराएगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालिया वाशिंगटन यात्रा के बाद दोनों देशों के संबंधों में फिर से आई गर्माहट के बीच एक उच्च स्तरीय रक्षा प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह के अंत में पेंटागन की यात्रा पर जाएगा जहां रक्षा सलाहकार समूह की दूसरे दौर की महत्वपूर्ण वार्ता होगी।
अमेरिका पाकिस्तान रक्षा सलाहकार समूह की बैठक में पंचवर्षीय सुरक्षा सहायता योजना को अंतिम रूप प्रदान किया जाएगा। इस योजना की रूपरेखा दोनों देशों के रक्षा अधिकारियों की फरवरी में हुई बैठक में तय की गई थी और समझा जाता है कि इसमें उन रक्षा उपकरणों के बारे में बात की गई और यह तय किया गया कि ये उपकरण अमेरिका पाकिस्तान को उपलब्ध कराएगा।
ज्ञात सूत्रों ने बताया कि पिछले एक वर्ष में हुई दो बैठकों के बाद अमेरिकी और पाकिस्तानी रक्षा अधिकारी इस पंचवर्षीय योजना को विकसित करने में सफल हुए थे।
पाकिस्तान और अमेरिका के अधिकारियों ने इन दोनों बैठकों के दौरान सुरक्षा सहायता सहयोग के सात क्षेत्रों की पहचान की थी। शुरुआत में सुरक्षा से जुड़े 11 क्षेत्रों पर चर्चा हुई थी।
इसी फैसले के मद्देनजर ओबामा प्रशासन ने इस वर्ष गर्मियों में कांग्रेस को सूचित किया था कि वह किन किन मदों में पाकिस्तान को सहायता उपलब्ध कराएगा।
यह रक्षा सहायता राशि कुल 1. 4 अरब डॉलर की होगी, जिसमें से तकरीबन 42 करोड़ 50 लाख डॉलर पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी अभियान और क्षमता कोष (पीसीसीएफ) में तथा बाकी राशि विदेशी सैन्य वित्त सहायता के रूप में दी जाएगी।
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