शिकागो:
अमेरिका के कंसास राज्य में एक नया कानून लागू हुआ है. इसके तहत राज्य में छात्रों और प्रोफेसरों को कॉलेज कैंपस में छोटी बंदूकों के लेकर आने की कानूनी तौर पर अनुमति दी जाएगी. छिपाकर रखने वाली छोटी बंदूकों वाला यह कानून चार साल पहले सभी सार्वजनिक इमारतों में लागू किया गया था, लेकिन इस राज्य में कॉलेजों को इस साल जुलाई तक इस कानून के दायरे से बाहर रखा गया था.
देश में संभावित हमलावरों से कैंपस में सुरक्षा के मुद्दे से निपटने के लिए राज्य संसद के प्रयासों की सीरीज में यह ताजा मामला है. कुछ मामलों में बंदूक रखने को लेकर कानून कड़े किए गए हैं, जबकि अन्य मामलों में बंदूकों तक पहुंच को और अधिक आसान बनाया जा रहा है. इससे बंदूक से हिंसा करने के संभावित मामलों में लोग अपनी रक्षा कर सकेंगे.
कंसास अब अरकंसास, जॉर्जिया और अन्य राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने छात्रों और फैकल्टी को कॉलेज परिसरों में बंदूक लेकर आने की अनुमति दे रखी है. कैलिफोर्निया और साउथ कैलिफोर्निया उन 16 राज्यों में शामिल है, जिन्होंने इस पर प्रतिबंध लगा रखा है. कॉलेज में बंदूक लेकर आने की अनुमति देने पर कुछ प्रोफेसरों ने चिंता जताई है. कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के प्रोफेसर फिलिप नेल ने कहा, मैं किसी दूसरी नौकरी की तलाश कर रहा हूं. मैं बंदूक लेकर आने वाले छात्रों को नहीं पढ़ा पाउंगा, क्योंकि यह पागलपन है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
देश में संभावित हमलावरों से कैंपस में सुरक्षा के मुद्दे से निपटने के लिए राज्य संसद के प्रयासों की सीरीज में यह ताजा मामला है. कुछ मामलों में बंदूक रखने को लेकर कानून कड़े किए गए हैं, जबकि अन्य मामलों में बंदूकों तक पहुंच को और अधिक आसान बनाया जा रहा है. इससे बंदूक से हिंसा करने के संभावित मामलों में लोग अपनी रक्षा कर सकेंगे.
कंसास अब अरकंसास, जॉर्जिया और अन्य राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने छात्रों और फैकल्टी को कॉलेज परिसरों में बंदूक लेकर आने की अनुमति दे रखी है. कैलिफोर्निया और साउथ कैलिफोर्निया उन 16 राज्यों में शामिल है, जिन्होंने इस पर प्रतिबंध लगा रखा है. कॉलेज में बंदूक लेकर आने की अनुमति देने पर कुछ प्रोफेसरों ने चिंता जताई है. कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के प्रोफेसर फिलिप नेल ने कहा, मैं किसी दूसरी नौकरी की तलाश कर रहा हूं. मैं बंदूक लेकर आने वाले छात्रों को नहीं पढ़ा पाउंगा, क्योंकि यह पागलपन है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)