पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ (बाएं) तथा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
अमेरिका ने पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े देश के सात प्रतिष्ठानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. समाचारपत्र 'डॉन' में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार निर्यात प्रशासन विनियम (ईएआर) की सूची में शामिल किए गए प्रतिष्ठानों का 'निर्धारण अमेरिका सरकार ने इस आधार पर किया है कि वे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के हितों के उलट काम कर रहे थे...'
प्रतिबंधित प्रतिष्ठानों में अहद इंटरनेशनल, एयर वैपन्स कॉम्प्लेक्स, इंजीनियरिंग सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, मैरिटाइम टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स नेशनल इंजीनियरिंग एंड साइंटिफिक कमीशन, न्यू ऑटो इंजीनियरिंग और यूनिवर्सल टूलिंग सर्विसेज़ शामिल हैं.
पाकिस्तान ने अपने परमाणु या मिसाइल कार्यक्रम में किसी भी तरह की गड़बड़ी की बात से हमेशा इंकार किया है. अख़बार ने कहा कि वह इस बात का सत्यापन नहीं कर पा रहा कि अधिसूचना में दिए गए नाम या पते सही हैं या किसी भी रूप में देश के मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित हैं.
अधिसूचना के अनुसार अमेरिकी सरकार ने उचित कारण देखे, जिनके आधार पर यह साफ है कि 'पाकिस्तान के ये सरकारी, अर्द्धसरकारी एवं निजी प्रतिष्ठान अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और या विदेश नीति के प्रतिकूल गतिविधियों में शामिल होने को प्रतिबद्ध हैं...' निर्यातकों, पुनर्निर्यातकों एवं स्थानांतरणकर्ता की मदद के लिए इन कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ऐक्रोनिम (संक्षिप्त नाम) पर भी प्रतिबंध लागू होंगे.
अधिसूचना में इन कंपनियों द्वारा किए गए उल्लंघन का उल्लेख नहीं किया गया है और न ही उनसे निर्यातित, आयातित या पुनर्निर्यातित सामान का ब्योरा दिया गया है.
प्रतिबंधित प्रतिष्ठानों में अहद इंटरनेशनल, एयर वैपन्स कॉम्प्लेक्स, इंजीनियरिंग सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, मैरिटाइम टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स नेशनल इंजीनियरिंग एंड साइंटिफिक कमीशन, न्यू ऑटो इंजीनियरिंग और यूनिवर्सल टूलिंग सर्विसेज़ शामिल हैं.
पाकिस्तान ने अपने परमाणु या मिसाइल कार्यक्रम में किसी भी तरह की गड़बड़ी की बात से हमेशा इंकार किया है. अख़बार ने कहा कि वह इस बात का सत्यापन नहीं कर पा रहा कि अधिसूचना में दिए गए नाम या पते सही हैं या किसी भी रूप में देश के मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित हैं.
अधिसूचना के अनुसार अमेरिकी सरकार ने उचित कारण देखे, जिनके आधार पर यह साफ है कि 'पाकिस्तान के ये सरकारी, अर्द्धसरकारी एवं निजी प्रतिष्ठान अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और या विदेश नीति के प्रतिकूल गतिविधियों में शामिल होने को प्रतिबद्ध हैं...' निर्यातकों, पुनर्निर्यातकों एवं स्थानांतरणकर्ता की मदद के लिए इन कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ऐक्रोनिम (संक्षिप्त नाम) पर भी प्रतिबंध लागू होंगे.
अधिसूचना में इन कंपनियों द्वारा किए गए उल्लंघन का उल्लेख नहीं किया गया है और न ही उनसे निर्यातित, आयातित या पुनर्निर्यातित सामान का ब्योरा दिया गया है.
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