क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने कहा है कि यदि वाशिंगटन राजनीतिक मांगें उठाना नहीं छोड़ता है, तो उनका देश अमेरिका से दशकों तक अलग-थलग रहने को तैयार है।
कास्त्रो ने शनिवार को देश के विधानमंडल के समापन सत्र में कहा, यदि हम सचमुच द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति चाहते हैं, तो हमें एक-दूसरे के मतभेदों का सम्मान करना चाहिए और उनके साथ शांतिपूर्वक ढंग से रहना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो सकता, तो हम फिर से 55 साल और इसी तरह रहने को तैयार हैं।
कास्त्रो (82) हाल में उस समय विश्व की सुखिर्यों में आ गए थे, जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के नायक नेल्सन मंडेला के अंतिम संस्कार में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से हाथ मिलाया था। अमेरिका और क्यूबा के बीच पूर्ण द्विपक्षीय संबंध नहीं हैं। अमेरिका ने क्यूबा पर 1962 से प्रतिबंध लगा रखे हैं। क्यूबा के साथ संबंधों को पूरी तरह सामान्य बनाने के लिए अमेरिकी कानून को तकनीकी रूप से क्यूबा के शासन में बदलाव की जरूरत है।
कास्त्रो ने साफ कहा, हम अमेरिका से उसकी राजनीतिक और सामाजिक प्रणाली को बदलने के लिए नहीं कहते, और न ही हम अपनी व्यवस्था पर किसी समझौते के लिए सहमत हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि क्यूबा के ग्वांतानामो प्रांत में अमेरिका हवाना की इच्छा के विपरीत एक वायुसैनिक अड्डे का संचालन करता है और वह इस जगह को छोड़ने से इनकार करता रहा है। इसी जगह पर अमेरिका की वह विवादस्पद जेल है, जहां आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पकड़े गए लोगों को रखा जाता है।
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