अमेरिका ने सीरिया के शयरात वायुसेना अड्डे पर 59 टोमाहॉक क्रूज़ मिसाइलें दागी थीं...
संयुक्त राष्ट्र:
सीरिया के वायुसेना अड्डे पर मिसाइल हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और रूस के बीच टकराव हुआ. अमेरिका ने जहां इस मसले पर 'और अधिक कार्रवाई' की चेतावनी दी है, वहीं रूस ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि उसकी 'आक्रामक कार्रवाई' अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है.
सीरिया सरकार द्वारा अपने शयरात वायुसेना अड्डे से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने की प्रतिक्रिया में अमेरिका ने इसी वायुसेना अड्डे के अंदर 59 टोमाहॉक क्रूज़ मिसाइलों को दागा था, जिसके बाद सीरिया में स्थिति को लेकर 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत एवं इस महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष निक्की हेली ने अमेरिकी मिसाइल हमलों को 'बिल्कुल उचित' ठहराया. निक्की ने कहा, ''हमारी सेना ने उस वायुसेना अड्डे को तहस-नहस कर दिया है, जहां से इस सप्ताह रासायनिक हमले किए गए... ऐसा करना हम बिल्कुल उचित मानते हैं...''
उन्होंने कहा, ''अमेरिका ने बीती रात बेहद नपा-तुला कदम उठाया... इस सिलसिले में हम लोग और कार्रवाई करने की तैयारी में हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि ऐसा करना ज़रूरी नहीं होगा... वक्त आ गया है कि सभी सदस्य देश सीरिया में हो रही भयावहता को खत्म करें और इसके राजनीतिक समाधान की मांग करें...''
निक्की ने कहा कि अमेरिका अब और इंतजार नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ''असद शासन का नैतिक कलंक अब अधिक समय तक अनुत्तरित नहीं रह सकता... मानवता के खिलाफ उनका अपराध अब महज खोखले शब्दों से पूरा नहीं किया जा सकता... समय आ गया है कि हम यह कहें - 'अब बस... बहुत हुआ...', लेकिन इसे सिर्फ कहें ही नहीं, बल्कि इसे कर के दिखाएं, ताकि बशर अल-असद निश्चित तौर पर फिर कभी रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं करें...''
निक्की ने रूस पर ईरान के साथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब-जब असद ने मानवता की सीमा लांघी, रूस उनके (असद के) साथ खड़ा था और उसे सीरिया में संकट के लिए अपनी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए.
बहरहाल, रूस ने अमेरिका की आलोचना करते हुए सीरियाई क्षेत्र में अमेरिकी मिसाइल हमलों को 'अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन एवं गुस्से की कार्रवाई' बताया है.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप-राजदूत व्लादिमिर सैफ्रोंकोव ने कहा, ''हम लोग अमेरिका की इस अनुचित कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं... इसके नतीजे क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए बेहद घातक हो सकते हैं...'' बेहद नाराज़गी भरे अंदाज़ में सैफ्रोंकोव ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का संप्रभु सीरिया की वैध सरकार को उखाड़ फेंकने का 'बेहद बेहूदा' विचार है. विशेषकर ब्रिटेन पर तंज करते हुए सैफ्रोंकोव ने संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्यू रेक्रॉफ्ट को कहा कि वह रूस के खिलाफ ''गैर-पेशेवर आरोप लगाना बंद करें...''
सैफ्रोंकोव ने अमेरिका को तत्काल अपनी कार्रवाई रोकने और सीरिया में राजनीतिक समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयास में शामिल होने का आह्वान किया.
सीरिया सरकार द्वारा अपने शयरात वायुसेना अड्डे से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने की प्रतिक्रिया में अमेरिका ने इसी वायुसेना अड्डे के अंदर 59 टोमाहॉक क्रूज़ मिसाइलों को दागा था, जिसके बाद सीरिया में स्थिति को लेकर 15-सदस्यीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक हुई.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत एवं इस महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष निक्की हेली ने अमेरिकी मिसाइल हमलों को 'बिल्कुल उचित' ठहराया. निक्की ने कहा, ''हमारी सेना ने उस वायुसेना अड्डे को तहस-नहस कर दिया है, जहां से इस सप्ताह रासायनिक हमले किए गए... ऐसा करना हम बिल्कुल उचित मानते हैं...''
उन्होंने कहा, ''अमेरिका ने बीती रात बेहद नपा-तुला कदम उठाया... इस सिलसिले में हम लोग और कार्रवाई करने की तैयारी में हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि ऐसा करना ज़रूरी नहीं होगा... वक्त आ गया है कि सभी सदस्य देश सीरिया में हो रही भयावहता को खत्म करें और इसके राजनीतिक समाधान की मांग करें...''
निक्की ने कहा कि अमेरिका अब और इंतजार नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ''असद शासन का नैतिक कलंक अब अधिक समय तक अनुत्तरित नहीं रह सकता... मानवता के खिलाफ उनका अपराध अब महज खोखले शब्दों से पूरा नहीं किया जा सकता... समय आ गया है कि हम यह कहें - 'अब बस... बहुत हुआ...', लेकिन इसे सिर्फ कहें ही नहीं, बल्कि इसे कर के दिखाएं, ताकि बशर अल-असद निश्चित तौर पर फिर कभी रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं करें...''
निक्की ने रूस पर ईरान के साथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब-जब असद ने मानवता की सीमा लांघी, रूस उनके (असद के) साथ खड़ा था और उसे सीरिया में संकट के लिए अपनी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए.
बहरहाल, रूस ने अमेरिका की आलोचना करते हुए सीरियाई क्षेत्र में अमेरिकी मिसाइल हमलों को 'अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन एवं गुस्से की कार्रवाई' बताया है.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप-राजदूत व्लादिमिर सैफ्रोंकोव ने कहा, ''हम लोग अमेरिका की इस अनुचित कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं... इसके नतीजे क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्थिरता के लिए बेहद घातक हो सकते हैं...'' बेहद नाराज़गी भरे अंदाज़ में सैफ्रोंकोव ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का संप्रभु सीरिया की वैध सरकार को उखाड़ फेंकने का 'बेहद बेहूदा' विचार है. विशेषकर ब्रिटेन पर तंज करते हुए सैफ्रोंकोव ने संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्यू रेक्रॉफ्ट को कहा कि वह रूस के खिलाफ ''गैर-पेशेवर आरोप लगाना बंद करें...''
सैफ्रोंकोव ने अमेरिका को तत्काल अपनी कार्रवाई रोकने और सीरिया में राजनीतिक समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयास में शामिल होने का आह्वान किया.
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