अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ( US President Joe Biden ) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin) मंगलवार को एक वीडियो कॉल के जरिए एक-दूसरे से मुखातिब हुए. इस दौरान रूसी-यूक्रेनी सीमा पर तनाव को कम करने को लेकर चर्चा हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो इस हमले के खिलाफ रूस को 'मजबूत' आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान बाइडन ने यूक्रेन की सीमा पर इकट्ठा होती रूसी सेना को लेकर चिंता जताई . वहीं पुतिन ने गारंटी की मांग की कि नाटो अलाइंस रूस से दूर रहे.
दोनों नेताओं की इस बातचीत को रूसी-यूक्रेनी सीमा पर तनाव को कम करने के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास 100,000 सैनिकों को तैनात किया है, जिससे यूरोप में एक बड़े युद्ध की आशंका के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, रूस ने यूक्रेन पर हमला करने की किसी भी योजना से इनकार किया है.
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बता दें कि रूस ने साल 2014 में पहले से ही कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था. हालांकि, बाइडेन ने स्पष्ट किया कि अगर हमला होता है तो रूस को आर्थिक दिक्कतें उठानी पड़ सकती हैं. व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति बिडेन ने यूक्रेन के आसपास रूस की सेना की वृद्धि को लेकर चिंता जाहिर की है. बता दें कि एक वीडियो लिंक के जरिए शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं ने करीब दो घंटे बातचीत की.
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अमेरिका का कहना है कि वह निश्चित रूप से नहीं जानता कि रूस यूक्रेन में क्या चाहता है. रूस पहले से ही पूर्वी यूक्रेन के क्षेत्रों में एक शक्तिशाली अलगाववादी विद्रोह का समर्थन करता है. वहीं पुतिन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने वीडियो शिखर सम्मेलन के बाद संवाददाताओं से कहा, "रूसी सैनिक अपने क्षेत्र में हैं, वे किसी को धमकी नहीं दे रहे हैं. "
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