वाशिंगटन:
भारत और अफगानिस्तान के सामरिक भागेदारी समझौते का स्वागत करते हुए अमेरिका ने कहा है कि इसे लेकर पाकिस्तानी नेतृत्व को चिंतित या बेचैन नहीं होना चाहिए। हाल के दिनों में अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में आए गतिरोध के बीच भारत और अफगानिस्तान के बीच नई दिल्ली में हुई सामरिक भागीदारी के समझौते की घोषणा का पाकिस्तान क्या मतलब निकालेगा, इस पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि इसे गणितीय खेल की तरह नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा, हम सभी का एक ही लक्ष्य है और वह अफगानिस्तान में शांतिपूर्ण, स्थायी और आगे बढ़ते लोकतंत्र की स्थापना के लिए काम करना है ताकि शांति और सुरक्षा से सबको लाभ पहुंचे इसलिए अफगानिस्तान के साथ भारत के सहयोग को गणितीय खेल की तरह नहीं देखना। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले सामरिक भागेदारी के समझौते की खबरों पर बात करते हुए कहा कि हमें इसका स्वागत करना चाहिए।