वाशिंगटन:
अमेरिका ने कहा कि वह विश्व में कहीं भी शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति और अहिंसक प्रदर्शनों की स्वतंत्रता का समर्थन करता है लेकिन भारत में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के लिए वॉशिंगटन की टिप्पणी को कड़ा बताने के लिए गलत रिपोर्टिंग जिम्मेदार है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन के बारे में अमेरिका ने कोई बयान जारी किया था जिसकी भारत में कड़ी प्रतिक्रिया हुई। वास्तव में कांग्रेस ने वॉशिंगटन की कड़ी निंदा की और नई दिल्ली में इसके प्रवक्ता राशिद अल्वी ने पूछा, अमेरिका को इस तरह का बयान देने की क्या जरूरत थी ? नूलैंड ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, भारत में कल या आज कुछ बिल्कुल गलत रिपोर्टिंग हुई है कि अमेरिका ने कड़ा बयान जारी किया है। मेरी जानकारी में कल भारत के बारे में केवल वही बयान था जिसे आज भी यहां से जारी किया गया। नूलैंड से कांग्रेस प्रवक्ता के बयान के बारे में पूछा गया था जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा था कि अमेरिका भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अमेरिका, अन्ना हजारे, टिप्पणी