अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद पिछले छह दिनों से लगातार प्रदर्शन जारी है. रविवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निवास व्हाइट हाउस के सामने इकट्ठा हो गए. यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तब हिंसक झड़प हो गई, जब पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले और फ्लैश बैंग डिवाइस का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. इससे व्हाइट हाउस के सामने हिंसा जैसी स्थिति पैदा हो गई. व्हाइट हाउस के सामने इकट्ठा होकर ये प्रदर्शनकारी बैनर और पोस्टर लहराकर नारे लगा रहे थे.
अमेरिकी पुलिस की बर्बरता के खिलाफ रविवार को जब फिर से प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन करना शुरू किया था, तो राजधानी वॉशिंगटन में कर्फ्यू लगा दिया गया. यहां अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की एक पुलिस ऑफिसर के उसके गले पर घुटना रखने के बाद दम घुटने से मौत होने पर लगातार नस्लभेद और अश्वेतों पर पुलिस की ओर से की जाने वाली बर्बरता पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं.
यहां ट्रंप प्रशासन की ओर से पिछले पांच दिनों से हो रहे प्रदर्शन और दंगों को आतंकी घटना और प्रदर्शनकारियों को आतंकियों की तरह पेश किया जा रहा है, ऐसे में वहां लूटपाट की घटनाएं बढ़ गई हैं और पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प के मामले सामने आ रहे हैं. वहां स्थानीय नेता लोगों को अपना गुस्सा जायज तरीकों से दिखाने को कह रहे हैं. इसी बीच लॉस एंजिलिस, ह्यूस्टन और मिनियापोलिस (जहां यह घटना हुई है) में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. मिनिपोलिस में हजारों की संख्या में जुटकर प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया है.
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