अमेरिका ने पाकिस्तान की सेना के प्रमुख जनरल रहील शरीफ से कहा है कि वह आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखें और न केवल अफगानिस्तान की सीमा से लगते अपने इलाकों, बल्कि देश के अन्य भागों को भी इससे सुरक्षित करें।
शरीफ ने ओबामा प्रशासन के उच्च अधिकारियों के साथ मुलाकात करके द्विपक्षीय और क्षेत्रीय संबंधों के संदर्भ में विस्तृत बातचीत की। अधिकारियों ने शरीफ द्वारा उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की प्रशंसा की।
नवंबर 2013 में सेना प्रमुख बनने के बाद से शरीफ का यह पहला आधिकारिक अमेरिका का दौरा है।
अमेरिका ने पूर्व के अपने कड़ुवे अनुभवों के आधार पर अपनी चिंता से अवगत कराते हुए जनरल शरीफ और उनके साथियों से कहा कि पाकिस्तान कुछ आतंकी समूहों जैसे कि हक्कानी नेटवर्क और लश्कर ए तैयबा के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर उतना गंभीर नहीं दिखता।
विदेश विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी सैन्य और नागरिक सहायता पर बल दिया और हमने उस सहायता की स्थिरता के महत्व पर।'
अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'पाकिस्तान को आतंकी समूहों और उनकी पनाहगाहों के खिलाफ कार्रवाई को जारी रखना चाहिए। यह कांग्रेस और प्रशासन के लिए अहम है।'
शरीफ ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमेरिकी विदेश विभाग के विशेष प्रतिनिधि डैन फेल्डमैन से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसैन राइस से भी मुलाकात की।
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