
प्रतीकात्मक फोटो.
- फ्रांस ने कहा- यूएनआईएफआईएल दक्षिण लेबनान में शांति बनाए रखने में कामयाब
- दक्षिण लेबनान में हालात बेहद खतरनाक, युद्ध की संभवनाएं
- यूएनआईएफआईएल को जरूरी कार्रवाई करने का अधिकार
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हिज्बुल्ला और इस्राइल के बीच संघर्षविराम निगरानी कार्य देख रहे यूएन इंटरिम फोर्स इन लेबनान (यूएनआईएफआईएल) के शासनादेश को लेकर अमेरिका के साथ वाद-विवाद के बाद परिषद ने बुधवार को सर्वसम्मति से फ्रांस के मसौदा प्रस्ताव का समर्थन किया.
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फ्रांस ने दलील दी कि यूएनआईएफआईएल दक्षिण लेबनान में शांति बनाए रखने में कामयाब रहा है लेकिन अमेरिका मिशन पर हिज्बुल्ला आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दबाव बना रहा है. उस पर हथियारों के भंडारण और युद्ध के लिए तैयार रहने का आरोप है.
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मतदान के बाद अमेरिकी दूत निक्की हेली ने परिषद को बताया, ‘‘दक्षिण लेबनान में आज हालात बेहद खतरनाक हैं. युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यूएनआईएफआईएल युद्ध को दोबारा होने से रोकने में मदद के लिए है और समझा जाता है कि वह ऐसा करता है.’’ प्रस्ताव में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि यूएनआईएफआईएल को उन इलाकों में ‘‘तमाम जरूरी कार्रवाई करने’’ का अधिकार है जहां उसके सैनिक तैनात हैं और उसे निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करना है कि अभियान के इलाके का इस्तेमाल ‘‘किसी प्रकार की शत्रुतापूर्ण गतिविधि के लिए’’ नहीं हो रहा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)