यूक्रेन में युद्ध (Russia Ukraine War) के दौरान कुछ और सेना भेजने के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर अमेरिका (US) ने सख़्त प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने कहा है कि रूस तरफ से यूक्रेन में और सेना भेजने का आदेश दिखाता है कि रूस "कमज़ोर" पड़ रहा है. यूक्रेन के लिए अमेरिका की राजदूत की तरफ से यह बयान आया है. ब्रिगेट ब्रिंक (Bridget Brink) ने ट्विटर के ज़रिए यह संदेश दिया है. उन्होंने कहा, झूठे जनमत के साथ और सेना भेजना कमजोरी के लक्षण हैं. यह रूसी विफलता के लक्षण हैं."
Sham referenda and mobilization are signs of weakness, of Russian failure. The United States will never recognize Russia's claim to purportedly annexed Ukrainian territory, and we will continue to stand with Ukraine for as long as it takes.
— Ambassador Bridget A. Brink (@USAmbKyiv) September 21, 2022
आगे उन्होंने कहा, अमेरिका कभी रूस की तरफ से बलपूर्वक हथियाए गए यूक्रेनी इलाके पर रूसी दावे को मान्यता नहीं देगा." आगे वह कहती हैं," चाहें कितना भी समय लगे, हम हमेशा यूक्रेन के साथ खड़े रहना जारी रखेंगे."
इससे पहले रूस के यूक्रेन में जारी आक्रमण के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार को घोषणा की है कि वह यूक्रेन (Ukraine) में अपनी कुछ और सेना भेजने तैयारी कर रहे हैं.
रूसी सेना इन दिनों यूक्रेन के पलटवार का सामना कर रही है. यूक्रेन ने दावा किया था कि पिछले दिनों उसने रूस से एक बड़े भूभाग को वापस छीन लिया है. रॉयटर्स के अनुसार, टीवी पर दिए एक भाषण में पुतिन ने कहा कि वह अपने 2 मिलियन के मजबूत सैन्य रिजर्व को यूक्रेन में भेजकर रूस और उसकी सीमाओं की सुरक्षा करना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी देश रूस को बर्बाद करना चाहते हैं और यूक्रेन में शांति नहीं चाहते.
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