यूक्रेन (Ukraine) पर हमले (War) के बाद रूस (Russia) की आर्थिक स्तिथी (Economy) लड़खड़ाने लगी है. यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका (US) और पश्चिमी देशों ने रूस पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध (Economic Sanctions) लगाए हैं, जिसका असर अब दिखने लगा है. रूस में अब विदेशी मुद्रा की किल्लत सामने आने लगी है. सेंट्रल बैंक ऑफ रूस (CBR) ने बुधवार को विदेशी मुद्राओं में नकदी निकलने पर अस्थायी पाबन्दी लगाने की घोषणा की है. रूस की समाचार एजेंसी स्पुतनिक के अनुसार, CBR ने एक बयान में कहा है कि ग्राहक 9 सितंबर तक विदेशी मुद्रा खातों में से 10,000 डॉलर तक ही निकल सकेंगे.
रूस के सेंट्रल बैंक ने कहा कि अगर ग्राहक 10000 डॉलर से अधिक मुद्रा निकालना चाहते हैं तो वो शेष राशि रूस की मुद्रा रूबल में निकल सकते हैं. गौरतलब है कि यूक्रेन पर हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रूस की मुद्रा रूबल की कीमत बहुत गिर गई है.
सेंट्रल बैंक ऑफ रूस ने 9 मार्च से 9 सितंबर, 2022 तक विदेशी मुद्रा जमा करने या नागरिकों के खातों से नकद राशि निकलने के लिए एक प्रक्रिया की घोषणा की.
सेंट्रल बैंक ने यह भी बताया कि अस्थायी पाबन्दी की अवधि के दौरान, विदेशी मुद्रा केवल डॉलर में ही जारी की जाएगी. रूस की समाचार एजेंसी तास (TASS) ने बताया कि अन्य मुद्राओं को निकालने के दिन बाजार की दर पर डॉलर में बदला जायेगा.
सेंट्रल बैंक ने यह भी कहा कि नयी पाबंदियों से विदेशी मुद्रा खाता रखने वाले रूस के अधिकांश नागरिकों पर असर पड़ने की कोई सम्भावना नहीं है क्योंकि अधिकांश लोगों के खाते में 10,000 डॉलर से अधिक की राशि जमा नहीं हैं.
सेंट्रल बैंक ऑफ रूस ने कहा कि नए नियम लागू होने के दौरान बैंक नागरिकों को विदेशी नकदी नहीं बेचेंगे.
बैंक ने कहा कि रूस में डॉलर के लेनदेन पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण अस्थायी नियम बनाये गए हैं.
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने स्विफ्ट वित्तीय प्रणाली से रूस को बाहर करने के अलावा, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित कई प्रमुख रूसी बैंकों और शीर्ष रूसी अधिकारियों को निशाना बनाते हुए प्रतिबंध लगाए हैं.
जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया सहित कई दूसरे देशों ने भी रूस के खिलाफ वित्तीय और यात्रा पाबंदियां लगायी हैं. ये देश रूसी संपत्ति को फ्रीज करने और रूस के सबसे प्रभावशाली राजनीतिक और सैन्य अधिकारियों के खिलाफ यात्रा को प्रतिबंधित करने के लिए नए और कड़े प्रतिबंधों पर भी विचार कर रहे हैं.
इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर प्रतिबंधों को और कड़ा करते हुए रूसी से तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी.
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