अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन पाकिस्तान के दौरे पर हैं.
इस्लामाबाद:
अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने मंगलवार को पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व को सख्त शब्दों में कहा कि उन्हें देश में सक्रिय आतंकवादियों के खात्मे के लिए और प्रयास करने होंगे.
टिलरसन कल पाकिस्तान पहुंचे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव को कम करने के लिहाज से टिलरसन के इस दौरे को अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के साथ मुलाकात में टिलरसन ने द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंधेां को बढ़ाने और क्षेत्र में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की.
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अब्बासी ने एक अंतर-एजेंसी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, गृह मंत्री अहसान इकबाल, रक्षा मंत्री सुर्राम दस्तिगीर खान, विदेश सचिव तहमीना जानजुआ, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार और अन्य अधिकारी शामिल हुए.
यहां अमेरिकी दूतावास ने कहा कि टिलरसन ने राष्ट्रपति ट्रंप के उसी संदेश को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर सक्रिय आतंकियों और उग्रवादियों के खात्मे के लिए प्रयास और बढ़ाने चाहिए. पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने का दबाव झेल रहे प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को आश्वासन दिया कि उनका मुल्क आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है.
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अब्बासी ने बंद कमरे में वार्ता शुरू होने से पहले टिलरसन को बताया, ‘‘ अमेरिका इस बात पर आश्वस्त हो सकता है कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रणनीतिक साझेदार है और आज पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में सबसे बड़ा युद्ध लड़ रहा है.’’ अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में ‘‘परिणामों’’ को पेश किया है.
अमेरिका के भारत के साथ बढ़ते सामरिक रिश्तों को लेकर अपने नीतिगत भाषण और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में भारत की बड़ी भूमिका को रेखांकित करने के कुछ दिनों बाद टिलरसन का यह पाकिस्तान दौरा हो रहा है. टिलरसन सोमवार को अचानक अफगानिस्तान के दौरे पर पहुंच गए थे और यह संकेत दिया था कि वह इस्लामाबाद से सख्ती से कहेंगे कि वह द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए आतंकी संगठनों को अपनी धरती पर सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराना बंद करे.
VIDEO : सलाहुद्दीन ग्लोबल आतंकी
टिलरसन ने अपने साथ सफर कर रहे संवाददाताओं को अफगानिस्तान के बगराम हवाई अड्डे पर बताया कि इस्लामाबाद को इस बात पर स्पष्ट नजरिया रखना चाहिए कि उनके सामने वे आतंकवादी संगठन हैं जो उसकी जमीन पर सुरक्षित पनाहगाह पा रहे हैं. टिलरसन ने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान से कुछ विशिष्ट अनुरोध किए हैं जिसमें वहां तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को मिलने वाले समर्थन को कमतर करने के लिये कार्रवाई के लिए उनसे कहा गया है.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टिलरसन कल पाकिस्तान पहुंचे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का आरोप लगाने के बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव को कम करने के लिहाज से टिलरसन के इस दौरे को अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के साथ मुलाकात में टिलरसन ने द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंधेां को बढ़ाने और क्षेत्र में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की.
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अब्बासी ने एक अंतर-एजेंसी बैठक की अध्यक्षता की जिसमें विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, गृह मंत्री अहसान इकबाल, रक्षा मंत्री सुर्राम दस्तिगीर खान, विदेश सचिव तहमीना जानजुआ, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार और अन्य अधिकारी शामिल हुए.
यहां अमेरिकी दूतावास ने कहा कि टिलरसन ने राष्ट्रपति ट्रंप के उसी संदेश को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर सक्रिय आतंकियों और उग्रवादियों के खात्मे के लिए प्रयास और बढ़ाने चाहिए. पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करने का दबाव झेल रहे प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को आश्वासन दिया कि उनका मुल्क आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है.
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अब्बासी ने बंद कमरे में वार्ता शुरू होने से पहले टिलरसन को बताया, ‘‘ अमेरिका इस बात पर आश्वस्त हो सकता है कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रणनीतिक साझेदार है और आज पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में सबसे बड़ा युद्ध लड़ रहा है.’’ अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्ध है.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में ‘‘परिणामों’’ को पेश किया है.
अमेरिका के भारत के साथ बढ़ते सामरिक रिश्तों को लेकर अपने नीतिगत भाषण और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में भारत की बड़ी भूमिका को रेखांकित करने के कुछ दिनों बाद टिलरसन का यह पाकिस्तान दौरा हो रहा है. टिलरसन सोमवार को अचानक अफगानिस्तान के दौरे पर पहुंच गए थे और यह संकेत दिया था कि वह इस्लामाबाद से सख्ती से कहेंगे कि वह द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए आतंकी संगठनों को अपनी धरती पर सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराना बंद करे.
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टिलरसन ने अपने साथ सफर कर रहे संवाददाताओं को अफगानिस्तान के बगराम हवाई अड्डे पर बताया कि इस्लामाबाद को इस बात पर स्पष्ट नजरिया रखना चाहिए कि उनके सामने वे आतंकवादी संगठन हैं जो उसकी जमीन पर सुरक्षित पनाहगाह पा रहे हैं. टिलरसन ने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान से कुछ विशिष्ट अनुरोध किए हैं जिसमें वहां तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को मिलने वाले समर्थन को कमतर करने के लिये कार्रवाई के लिए उनसे कहा गया है.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)