इजरायल-हमास युद्ध हर गुजरते दिन के साथ और भी तेज होता जा रहा है. दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष के बीच भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने हमास पर इजरायली सेना (Israel Hamas War) से डरने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि आतंकी गुट हमास इजरायली रक्षा बलों से डरा हुआ है, इसीलिए आगे की कार्रवाई को रोकने के लिए उन पर दबाव डाल रहा है. इजरायली राजदूत ने कहा कि हमास ने निहत्थे इजरायली नागरिकों को कायराना तरीके के मार दिया, कुछ को किडनैप किया और कुछ के साथ दुर्व्यवहार किया. लेकिन अब वह इजरायली सेना का सामने करने से डर रहा है. यही वजह है कि जवाबी कार्रवाई को रोकने के लिए वह अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
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'हमास अपने मंसूबों में नहीं होगा कामयाब'
इजरायली राजदूत ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा कि हमास के आतंकी उन पर दबाव बनाने में कामयाब नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा,' सुरंगों से बाहर निकलो, अपने अत्याचार फिर से दोहराओ और हमसे लड़ो.' गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हुए हमले पर राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हमास ने इजरायल को निशाना बनाने की कोशिश में हमास से अपने ही क्षेत्र में हमला कर दिया.
#WATCH | Israel's envoy to India, Naor Gilon says, "Al Ahli Hospital was hit by a rocket of the Palestinian Islamic Jihad...They tried to hit our children, but on the way hit their own children...It's really a pity that many around the world are cooperating with them. In our… pic.twitter.com/WgHia0zWEt
— ANI (@ANI) October 18, 2023
'अफसोस, कई देश कर रहे हमास का समर्थन'
इजरायली राजदूत ने कहा "अल अहली अस्पताल पर फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के एक रॉकेट ने हमला किया. उन्होंने हमारे बच्चों को मारने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में अपने ही बच्चों को मार डाला .यह अफ़सोस की बात है कि दुनिया में कई लोग हमास का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इजरायल के पास स्पष्ट सबूत हैं कि यह हमला एक फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद रॉकेट से हुआ था. फिलिस्तीनी आतंकवादी और उनके सहयोगी अब विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं.
'हमास अब खेल रहा विक्टिम कार्ड'
भारत में इजरायली राजदूत ने पहले सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा था कि गाजा में अस्पताल पर हमला इस्लामिक जिहाद के रॉकेट की वजह से हुआ था. फिलिस्तीनी 30 यहूदी समुदायों पर आक्रमण करने, 1400 से ज्यादा इजरायलियों को मारने, 200 से ज्यादा का अपहरण करने, 7000 को गोली मारने की क्षमता रखते हैं. ये सब करने के बाद भी खुद को पीड़ित बताना बहुत ही हैरान करने वाला है. उन्होंने कहा कि हमास, आईएसआईएस के इन झूठों को स्वीकार करने के लिए दुनिया में कुछ लोगों की 'उत्सुकता' निराशाजनक है लेकिन जरूरी नहीं कि यह आश्चर्यजनक हो.
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