पाकिस्तान के कई सांसदों ने प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की मंजूरी दिए जाने को लेकर आज चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे तो संसद में आतंकवादी आ जाएंगे. (प्रतिकात्मक चित्र)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के कई सांसदों ने प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की मंजूरी दिए जाने को लेकर आज चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे तो संसद में आतंकवादी आ जाएंगे. उन्होंने पाकिस्तान के चुनाव आयोग को आगाह किया कि प्रतिबंधित संगठनों को चुनाव लड़ने की मंजूरी देने से चरमपंथी तत्व मुख्यधारा में आ जाएंगे. पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज (पीएमएल - एन) के सीनेट सदस्य परवेज राशिद ने प्रतिबंधित समूहों से सम्बद्ध उम्मीदवारों को 25 जुलाई को होने वाले चुनाव में खड़े होने की मंजूरी जबकि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल भेजने की तरफ संकेत करते हुए कहा , ‘‘ आतंकी संसद में लाए जा रहे हैं जबकि सांसदों को जेल भेजा जा रहा है. ’’ उन्होंने कहा , ‘‘ आतंकी संसद में जगह पाने में सफल होंगे क्योंकि प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी जा रही है’’. सीनेट में विपक्ष के नेता और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की प्रमुख सदस्य शेरी रहमान ने आगाह किया कि ऐसे उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की अनुमति देने से वे मुख्यधारा में आ जाएंगे. उन्होंने कहा , ‘‘ अगर ये लोग (चरमपंथी तत्व) संसद में आ गए तो हम सांस नहीं ले पाएंगे.’’
पाकिस्तान : चुनावों में इमरान खान की पार्टी को आतंकी संगठन ने दिया समर्थन
आपको बता दें कि इससे पहले आतंकवादी संगठन हरकत - उल - मुजाहिदीन (एचयूएम) के संस्थापक और अल - कायदा से संपर्क रखने वाले वैश्विक आतंकवादियों की अमेरिकी सूची में शामिल फजलुर रहमान खलील ने कहा था कि वह 25 जुलाई को होने वाले चुनावों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ (पीटीआई) पार्टी का समर्थन करेगा. अमेरिका ने एचयूएम आतंकवादी संगठन में कथित भूमिका के लिए 30 सितंबर 2014 को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में फजलुर रहमान खलील को शामिल किया था. उसने बाद में अंसारुल उम्माह की स्थापना की जिसे वह एक राजनीतिक दल बताता है. एचयूएम और अंसारुल उम्माह दोनों अमेरिका की स्पेशल डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (एसडीजीटी) की सूची में शामिल हैं. इस्लामाबाद में नेशनल असेंबली सीट से पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ के उम्मीदवार असद उमर ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि खलील पीटीआई में शामिल हो गया है लेकिन बाद में उसने सुधार करते हुए कहा कि मौलाना ने चुनावों में उसे समर्थन देने का फैसला किया है. (इनपुट-भाषा)
इमरान खान की तीसरी शादी भी खतरे में, पालतू कुत्तों की हुई 'घर वापसी'
पाकिस्तान : चुनावों में इमरान खान की पार्टी को आतंकी संगठन ने दिया समर्थन
आपको बता दें कि इससे पहले आतंकवादी संगठन हरकत - उल - मुजाहिदीन (एचयूएम) के संस्थापक और अल - कायदा से संपर्क रखने वाले वैश्विक आतंकवादियों की अमेरिकी सूची में शामिल फजलुर रहमान खलील ने कहा था कि वह 25 जुलाई को होने वाले चुनावों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ (पीटीआई) पार्टी का समर्थन करेगा. अमेरिका ने एचयूएम आतंकवादी संगठन में कथित भूमिका के लिए 30 सितंबर 2014 को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में फजलुर रहमान खलील को शामिल किया था. उसने बाद में अंसारुल उम्माह की स्थापना की जिसे वह एक राजनीतिक दल बताता है. एचयूएम और अंसारुल उम्माह दोनों अमेरिका की स्पेशल डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (एसडीजीटी) की सूची में शामिल हैं. इस्लामाबाद में नेशनल असेंबली सीट से पाकिस्तान तहरीक - ए - इंसाफ के उम्मीदवार असद उमर ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि खलील पीटीआई में शामिल हो गया है लेकिन बाद में उसने सुधार करते हुए कहा कि मौलाना ने चुनावों में उसे समर्थन देने का फैसला किया है. (इनपुट-भाषा)
इमरान खान की तीसरी शादी भी खतरे में, पालतू कुत्तों की हुई 'घर वापसी'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं