काहिरा:
मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी ने अचानक उठाए गए कदम के तहत देश के शक्तिशाली सेना प्रमुख फील्ड मार्शल हुसैन तंतावी को बर्खास्त कर दिया। यह कदम नए-नए सत्ता में आए इस्लामियों और मजबूत सेना के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में और भी तल्खी ला सकता है।
मुरसी ने तंतावी के साथ ही सेना में नंबर दो की हैसियत रखने वाले जनरल समी अनान को सेवानिवृत्ति दी और दोनों को राष्ट्रपति का सलाहकार नियुक्त किया।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता यासिर अली ने टेलीविजन पर दिए वक्तव्य में कहा कि तंतावी की जगह फील्ड मार्शल अब्दुल फतह अल सीसी को रक्षा मंत्री और मिस्र की सेना का जनरल कमांडर नियुक्त किया गया है।
यह अतिवादी कदम आश्चर्य के तौर पर आया है और इस कदम के लिए तत्काल कोई कारण नहीं बताया गया है।
आक्रामक रवैये को दर्शाने वाले एक अन्य कदम के तहत राष्ट्रपति ने संवैधानिक घोषणा के परिशिष्ट को रद्द कर दिया जिसे गत 17 जून को सशस्त्र बलों के सर्वोच्च परिषद ने जारी किया था।
परिशिष्ट के तहत उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्वाचित संसद को बर्खास्त करने के बाद सेना ने विधायी शक्तियां अपने हाथ में ले ली थीं।
मुस्लिम ब्रदरहुड के नेता मुरसी को इस साल जून में राष्ट्रपति निर्वाचित किया गया था।
मुरसी ने तंतावी के साथ ही सेना में नंबर दो की हैसियत रखने वाले जनरल समी अनान को सेवानिवृत्ति दी और दोनों को राष्ट्रपति का सलाहकार नियुक्त किया।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता यासिर अली ने टेलीविजन पर दिए वक्तव्य में कहा कि तंतावी की जगह फील्ड मार्शल अब्दुल फतह अल सीसी को रक्षा मंत्री और मिस्र की सेना का जनरल कमांडर नियुक्त किया गया है।
यह अतिवादी कदम आश्चर्य के तौर पर आया है और इस कदम के लिए तत्काल कोई कारण नहीं बताया गया है।
आक्रामक रवैये को दर्शाने वाले एक अन्य कदम के तहत राष्ट्रपति ने संवैधानिक घोषणा के परिशिष्ट को रद्द कर दिया जिसे गत 17 जून को सशस्त्र बलों के सर्वोच्च परिषद ने जारी किया था।
परिशिष्ट के तहत उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्वाचित संसद को बर्खास्त करने के बाद सेना ने विधायी शक्तियां अपने हाथ में ले ली थीं।
मुस्लिम ब्रदरहुड के नेता मुरसी को इस साल जून में राष्ट्रपति निर्वाचित किया गया था।