दमिश्क:
सीरिया में सरकारी बलों और विद्रोहियों के बीच जारी संघर्ष में मंगलवार को कम से कम 63 लोग मारे गए हैं। इसमें 41 लोग दमिश्क में मारे गए हैं।
अलजजीरा के अनुसार, एक मानवाधिकार संगठन ने कहा है कि सीरियाई सेना के टैंकों ने दक्षिणी दमिश्क में एक शरणार्थी शिविर पर और पास के दो जिलों में भारी गोलाबारी की। युद्धक विमानों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले एक पश्चिमोत्तर कस्बे पर बमबारी की।
ब्रिटेन स्थित सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि यरमौक में स्थित फिलिस्तीनी शिविर में और पास के तादामून और अस्साली जिलों में बुधवार सुबह टैंक तैनात किए गए।
यरमौक और तादामून, दोनों जिलों में मंगलवार देर शाम सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष हुए थे।
मंगलवार को भीषण संघर्ष और सेना की गोलाबारी में दमिश्क और आसपास के इलाकों में 41 लोग मारे गए थे, जिसमें अधिकांश नागरिक थे। दूसरी ओर युद्धक विमानों ने तुर्की से लगे एक कस्बे पर बमबारी की।
सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने मंगलवार को कहा, "सेना की कई इकाइयां दमिश्क से लगे तादामून में स्थित ओटमान मस्जिद के पास हथियारबंद आतंकवादी समूहों से संघर्ष कर रही हैं।"
इस बीच राजधानी दमिश्क के पश्चिम में ऐन अल-फिजह कस्बे में एक कार बम विस्फोट में कई व्यक्ति घायल हो गए और काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया।
दमिश्क के पूर्व में पूर्वी घुता इलाके में विद्रोहियों द्वारा एक सार्वजनिक इमारत पर हमला करने के बाद वहां हुए संघर्ष में कम से कम 10 सैनिक शहीद हो गए और एक विद्रोही भी मारा गया।
ऑब्जर्वेटरी ने कहा है कि सेना ने हरासता, जाबादनी, और इर्बिन सहित राजधानी के पूर्वी कस्बों में टैंकों से गोलाबारी की। इसमें कम से कम सात नागरिक मारे गए, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
सबसे खतरनाक अलेप्पो जिले में गिने-चुने नागरिक ही बचे रह गए हैं। जो बचे रह गए हैं, उन्हें हर रोज अपनी जान बचाने के लिए भागते रहना पड़ता है।
अलजजीरा के अनुसार, एक मानवाधिकार संगठन ने कहा है कि सीरियाई सेना के टैंकों ने दक्षिणी दमिश्क में एक शरणार्थी शिविर पर और पास के दो जिलों में भारी गोलाबारी की। युद्धक विमानों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले एक पश्चिमोत्तर कस्बे पर बमबारी की।
ब्रिटेन स्थित सीरियन आब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि यरमौक में स्थित फिलिस्तीनी शिविर में और पास के तादामून और अस्साली जिलों में बुधवार सुबह टैंक तैनात किए गए।
यरमौक और तादामून, दोनों जिलों में मंगलवार देर शाम सेना और विद्रोहियों के बीच संघर्ष हुए थे।
मंगलवार को भीषण संघर्ष और सेना की गोलाबारी में दमिश्क और आसपास के इलाकों में 41 लोग मारे गए थे, जिसमें अधिकांश नागरिक थे। दूसरी ओर युद्धक विमानों ने तुर्की से लगे एक कस्बे पर बमबारी की।
सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने मंगलवार को कहा, "सेना की कई इकाइयां दमिश्क से लगे तादामून में स्थित ओटमान मस्जिद के पास हथियारबंद आतंकवादी समूहों से संघर्ष कर रही हैं।"
इस बीच राजधानी दमिश्क के पश्चिम में ऐन अल-फिजह कस्बे में एक कार बम विस्फोट में कई व्यक्ति घायल हो गए और काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया।
दमिश्क के पूर्व में पूर्वी घुता इलाके में विद्रोहियों द्वारा एक सार्वजनिक इमारत पर हमला करने के बाद वहां हुए संघर्ष में कम से कम 10 सैनिक शहीद हो गए और एक विद्रोही भी मारा गया।
ऑब्जर्वेटरी ने कहा है कि सेना ने हरासता, जाबादनी, और इर्बिन सहित राजधानी के पूर्वी कस्बों में टैंकों से गोलाबारी की। इसमें कम से कम सात नागरिक मारे गए, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
सबसे खतरनाक अलेप्पो जिले में गिने-चुने नागरिक ही बचे रह गए हैं। जो बचे रह गए हैं, उन्हें हर रोज अपनी जान बचाने के लिए भागते रहना पड़ता है।
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