- ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर हुए आतंकी हमले में कम से कम 15 लोग मारे गए
- हमले को अंजाम देने वाले दो आतंकी बाप-बेटे थे. आतंकी पिता साजिद मारा गया और बेटा नवीद गंभीर रूप से घायल है
- साजिद अकरम के पास छह लाइसेंसी बंदूकें थीं जिनसे उसने इस भीषण सामूहिक गोलीबारी को अंजाम दिया था
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच के पास रविवार, 14 दिसंबर को हुए आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. यह ऑस्ट्रेलिया के अंदर पिछले 3 दशकों की सबसे भीषण सामूहिक गोलीबारी है. इस कायराना और नफरत से भरे आतंकी हमले ने ऑस्ट्रेलिया को बड़ी सीख दे दी है. अब ऑस्ट्रेलिया की सरकार अपने यहां और सख्त बंदूक कानूनों को लाने का फैसला कर चुकी है.
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर दो हमलावरों ने गोलीबारी कर दी. फायरिंग उस वक्त हुई, जब यहूदी समुदाय के लोग शाम को हनुक्का का जश्न मना रहे थे. हनुक्का यहूदियों के लिए रोशनी का त्योहार है, जिसे आठ दिनों तक मनाया जाता है. हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 10 साल की एक मासूम बच्ची भी शामिल है. मृतकों में सबसे बुजुर्ग 87 वर्ष का शख्स है.
अब ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीज ने ऑस्ट्रेलिया के राज्यों और क्षेत्रों के नेताओं की एक बैठक बुलाई, जिसमें "देश भर में बंदूक कानूनों को मजबूत करने" पर सहमति व्यक्त की गई. अल्बानीज के ऑफिस ने कहा कि वे बंदूक लेने वालों के बैकग्राउंड की जांच में सुधार करने, गैर-नागरिकों को बंदूक लाइसेंस लेने से रोकने और कानूनी हथियारों के प्रकार को सीमित करने के तरीकों पर विचार करने पर सहमत हुए हैं.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में ऐसी सामूहिक गोलीबारी बहुत कम हुई है. आज से लगभग 3 दशक पहले 1996 में ऑस्ट्रेलिया के पर्यटक शहर पोर्ट आर्थर में एक अकेले बंदूकधारी ने 35 लोगों की हत्या की थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं