लंदन:
वैज्ञानिकों को पहली बार शनि के भीषण तूफान की अभूतपूर्व जानकारी हाथ लगी है, जो पृथ्वी पर आने वाले तूफानों के मुकाबले 10,000 गुना ज्यादा शक्तिशाली है। तूफान से उस ग्रह पर गहरा सफेद धब्बा हो गया है, जोकि धरती से दिख रहा है। 'डेली टेलीग्राफ' की खबर में बताया गया कि जो गहरे सफेद धब्बे नजर आए हैं, वे आमतौर पर आने वाले तूफानों से बने धब्बों से 10 गुना बड़े हैं और 29.5 सालों में एक बार बनते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, तूफान का अक्षांश 6,200 मील और देशांतर 10,500 मील है, जिसका अर्थ यह हुआ कि आधी पृथ्वी पर यह तूफान फैल गया होता। 'नेचर जर्नल' में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि कासिनी अंतरिक्षयान और टेलीस्कोपों की सहायता से मिली तस्वीरों से मालूम चला कि ये तूफान इतने भीषण हैं कि एक सेकेंड में 10-10 बार बिजलियां चमक रही हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले दिसंबर को यह तूफान शुरू हुआ, जब कासिनी शांत शनि ग्रह के चक्कर लगा रहा था। धरती पर भी वैज्ञानिकों का एक नेटवर्क तूफान की शुरुआत पर निगरानी रखे था। 1876 के बाद पहली बार ऐसा तूफान दर्ज किया गया है।