श्रीलंका में गिरजाघरों और पांच-सितारा होटलों में रविवार को ईस्टर के मौके पर सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद अब कोलंबो एयरपोर्ट पर पाइप बम बरामद हुआ है. हाालांकि, श्रीलंकाई एयरफोर्स ने इस बम को सुरक्षित तरीक से निष्क्रिय कर दिया है. वहीं, इससे पहले कोलंबो में गिरिजाघरों, होटलों में हुए आत्मघाती हमलों समेत आठ बम धमाकों में 215 लोगों की मौत हो गयी जबकि करीब 500 अन्य लोग घायल हो गये. लिट्टे के साथ खूनी संघर्ष के खत्म होने के बाद करीब एक दशक से श्रीलंका में जारी शांति भी इस घटना से भंग हो गयी. पुलिस के प्रवक्ता रूवन गुणशेखरा ने बताया कि यह श्रीलंका में हुए अब तक के सबसे खतरनाक हमलों में से एक है. ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने नौ बजे के करीब ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में हुए. कोलंबो के तीन पांच सितारा होटलों - शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया.
गुणशेखरा ने धमाकों में 207 लोगों की मौत की पुष्टि की. हालांकि स्थानीय समाचार चैनल न्यूज फर्स्ट के मुताबिक मृतकों की संख्या 215 है. श्रीलंका के पर्यटन विभाग के चेयरमैन किशु गोम्स ने बताया कि इन धमाकों में 33 विदेशी नागरिक मारे गये हैं. ऐसा माना जा रहा है कि किसी एक संगठन ने ही इन धमाकों को अंजाम दिया है. नेशनल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अनिल जयसिंघे ने 33 में से 12 विदेशी नागरिकों की पहचान की है जिनमें भारत के तीन, चीन के दो तथा पोलैंड, डेनमार्क, जापान, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के एक-एक नागरिक शामिल हैं.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर तीन भारतीयों की पहचान लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के तौर पर की है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने जानकारी दी है कि नेशनल हॉस्पिटल ने उन्हें तीन भारतीयों की मौत के बारे में सूचित किया है.” इन धमाकों में भारतीय लोगों समेत करीब 500 लोग घायल हुए हैं. रविवार को हुए इन धमाकों की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है. गुणशेखरा ने संवाददाताओं को बताया, पुलिस फिलहाल इस बात की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है कि क्या सभी हमले आत्मघाती थे. हालांकि उन्होंने कहा कि नेगोम्बो गिरजाघर में हुए बम धमाके से आत्मघाती हमले के संकेत मिलते हैं.
एक अज्ञात अधिकारी ने बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने सिनामोन ग्रैंड होटल के रेस्तरां में विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया. गुणशेखरा ने कहा कि नेशनल हॉस्पिटल में 66 शव रखे गये हैं तथा 260 घायलों का इलाज चल रहा है.उन्होंने कहा कि 104 शव नेगोम्बो अस्पताल में रखे गये हैं तथा यहां 100 घायलों का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि बाद में राजधानी के दक्षिणी उपनगर में कोलंबो चिड़ियाघर के पास एक शक्तिशाली धमाका हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी.
पुलिस का एक दल ओरुगोदावट्टा क्षेत्र के एक घर में जब जांच के लिए पहुंचा तक वहां मौजूद एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया. इस विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. यह आठवां धमाका है. आठवें विस्फोट के तुरंत बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया. यह कर्फ्यू अगली सूचना तक प्रभावी रहेगा. गुणशेखरा ने कहा कि इन धमाकों के सिलसिले में अब तक 13 संदिग्ध गिरफ्तार किये गये हैं. श्रीलंका के रक्षा राज्य मंत्री रूवन विजयवर्धने ने कहा, “हमारा मानना है कि ये सुनियोजित हमले थे और इनके पीछे एक समूह था.”
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं.'' प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इसे ‘‘कायराना हमला'' बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘‘स्थिति को नियंत्रण'' में करने के लिए काम कर रही है.
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