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This Article is From Nov 14, 2022

सिंगापुर में भारतीय Tech सेक्टर की छंटनियों से ऐसे हो रहे प्रभावित, केवल Twitter, Meta ही नहीं ज़िम्मेदार

सिंगापुर और पूरी दुनिया में टेक कंपनियां, सभी जगह कमजोर ग्राहक खर्चे के ट्रेंड, अधिक ब्याज दर और महंगाई को देखते हुए नई भर्तियां बंद कर रही हैं.  

सिंगापुर में भारतीय Tech सेक्टर की छंटनियों से ऐसे हो रहे प्रभावित, केवल Twitter, Meta ही नहीं ज़िम्मेदार
टेक सेक्टर (Tech Sector) में इस साल के बीच में ही दक्षिण-एशियाई कंपनियों ने छंटनियां शुरू कर दीं थीं.

फेसबुक (Facebook) की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने घोषणा की, कि वो 11,000 कर्मचारियों या कहें कि 12 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाल रहा है. करीब 18 साल पुरानी, सोशल मीडिया की बड़ी कंपनी में यह पहली बड़े पैमाने पर की गई पहली छंटनी है. इसी दौरान, सिंगापुर (Singapore) के एशिया-पैसिफिक हेडक्वार्टर भी छंटनियों की चोट से नहीं बच पाया. मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा आंकलन किया गया है कि सिंगापुर के लगभग 1000 कर्मचारियों में से करीब 100 इस छंटनी से प्रभावित होंगे. इसमें से अधिकतर टेक कर्मचारी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.  

सिंगापुर मिनिस्ट्री के साल 202 मैनपावर के आंकड़े बताते हैं कि करीब उसके 177,100  एम्पलॉयमेंट पास होल्डर्स में से करीब 45,000 भारत से हैं. कर्मचारी पास होल्डर ऐसे क्वालीफाइड विदेश कर्मचारी होते हैं जिन्हें सिंगापुर में काम करने की इजाज़त है और उनकी तनख्वाह कम से कम SGD 5,000 ($3,700) प्रतिमाह होनी चाहिए.  

इसमें कई शक नहीं है कि इनमें से कई केवल मेटा की छंटनियों से ही प्रभावित नहीं हैं बल्कि टेक सेक्टर में हो रही बाकी छंटनियों से भी प्रभावित हैं.  

सिंगापुर और पूरी दुनिया में टेक कंपनियां, इन टेक कंपनियों के क्षेत्रीय दफ्तर, इन सभी जगह कमजोर ग्राहक खर्चे के ट्रेंड, अधिक इंट्रेस्ट रेट और महंगाई को देखते हुए नई भर्तियां बंद कर रहे हैं.  

सिंगापुर में लोकप्रिय गेम बनाने वाली कंपनिया सी लिमिडेट (Sea Limited) और शोपी (Shopee) ने जून और सितंबर में दो बार छंटनियां की हैं. 

लेकिन इस साल दूसरी तिमाही में $931 मिलियन का नुकसान झेलने के बाद सी ने वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनज़र दुनिया में अपने पैर समेटने शुरू किए.  

पिछले साल कोविड के दौरान, बहुत सा पैसा मार्केट में आया था जिसमे टेक कंपनियों को बढ़ने में मदद मिली लेकिन कोविड के बाद इस साल दक्षिण एशियाई कंपनियों ने साल के बीच में ही छंटनियां शुरू कर दीं. जैसे स्टैशअवे ने 31 कर्मचारी निकाले जो उसके कुछ हेडकाउंट्स का 14 प्रतिशत था, करंसी एक्सचेंज क्रिप्टो को 260 कर्मचारी निकालने पड़े या कहें कि सिंगापुर से अपनी 5 प्रतिशत वर्कफोर्स घटानी पड़ी.   

नवंबर में डिजिटल पेमेंट स्टार्टअप और सोशल मीडिया नेटवर्क ट्विटर उन कंपनियों में शामिल थे जिन्होंने सिंगापुर दफ्तर से छंटनियां कीं.  

3 नवंबर को स्ट्राइप (Stripe) ने घोषणा की थी कि वो अपनी ग्लोबल वर्कफोर्स में से 1000 या कहें कि 14 प्रतिशत कम करेगा. स्ट्राइप के कुल 7000 कर्मचारी हैं. कुछ सिंगापुर आधारित नौकरियां भी प्रभावित हुई हैं.  
 

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