बांग्लादेश (Bangladesh) में सोमवार को शेख हसीना (Sheikh hasina) की सरकार का आंदोलनकारियों ने तख्तापलट कर दिया. प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. पिछले लंबे समय से बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ असंतोष देखने को मिल रहा था. इस मुद्दे पर एनडीटीवी से बात करते हुए प्रोफेसर संजय भारद्वाज ने कहा कि इस घटना की पृष्ठभूमि साल 2018 से ही तैयार हो रही थी. इसके पीछे कई कारण रहे हैं.
आम चुनावों में धांधली के आरोपों ने जनता को किया आक्रोशित
बांग्लादेश में हुए आम चुनाव को विपक्षी दलों ने जमकर आलोचना की थी. इस चुनाव में 97 प्रतिशत सीटों पर शेख हसीना की पार्टी को जीत मिली थी. दूसरा विरोध डिजिटल सिक्युरिटी एक्ट का था जिस आधार पर कहा गया था कि मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला किया गया है. साल 2018 में एंटी कोटा आंदोलन के कारण भी सरकार की परेशानी बढ़ने लगी. बाद में सरकार ने उस विधेयक को भी वापस ले लिया था.
सरकार की असफलता के कारण यह एक राजनीतिक संकट के तौर पर सामने आ गया. सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों को रजाकार और आतंकी कहने पर भी आंदोलन और तीव्र हो गया. देश की जनता सरकार के खिलाफ खड़ी हो गयी. शेख हसीना के विकास कार्यों को भी इससे बड़ा झटका लगा है. बांग्लादेश ने हाल के दिनों में 6.5 से 7 प्रतिशत तक का विकास दर प्राप्त कर लिया था. इस घटना से उसे भी बड़ा झटका लगा है.
लंदन जाने के रास्ते में शेख हसीना का विमान हिंडन एयरबेस पर उतरा
बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शेख हसीना का विमान लंदन जाने के दौरान गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा. राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि हसीना बांग्लादेश वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि हसीना इसी सैन्य परिवहन विमान से ही भारत से आगे जाएंगी या किसी अन्य विमान से लंदन जाएंगी.
हसीना के अपनी बेटी साइमा वाजिद से मिलने की संभावना है, जो दिल्ली में रहती हैं. साइमा वाजिद विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय निदेशक हैं. हसीना के हिंडन में रुकने के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और न ही इसकी पुष्टि हुई है. राजनयिक सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि भारत ने ढाका के अनुरोध के बाद हसीना के विमान को भारतीय हवाई क्षेत्र से सुरक्षित गुजरने देने का फैसला किया है.
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