बांग्लादेश में हिंसक झड़पों, कम मतदान और विपक्षी दलों के बहिष्कार के बीच हुए विवादास्पद चुनाव के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके 48 सदस्यीय नए मंत्रिमंडल ने रविवार को शपथ ली। इसके साथ ही हसीना तीसरी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बन गई हैं।
राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने राष्ट्रपति भवन 'बंगभवन' में पहले हसीना को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलायी। समारोह में सरकार और सेना के शीर्ष अधिकारी, विदेशी राजदूत, नेता और सिविल सोसायटी के नेता शामिल हुए।
इस शपथ ग्रहण समारोह का पूरे देश में हुए सीधे प्रसारण के दौरान 66 वर्षीय हसीना के मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी पद की शपथ ली। नए मंत्रिमंडल में 48 सदस्य शामिल हैं।
हसीना के मंत्रिमंडल में 29 मंत्री, 17 राज्य मंत्री और दो उपमंत्री शामिल हैं। इनमें से कुछ जातीय पार्टी के भी सदस्य हैं। हालांकि पार्टी ने विपक्ष में बैठने का फैसला किया है, लेकिन उसके सदस्य मंत्रिमंडल में भी मौजूद हैं।
बांग्लादेश में सैन्य शासन के बाद दोबारा शुरू हुए लोकतांत्रिक शासन के दो दशकों में हसीना तीसरी बाद प्रधानमंत्री बनी हैं।
विपक्षी दल बीएनपी के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन के बहिष्कार के बावजूद जिन दलों ने पांच जनवरी को हुए चुनावों में हिस्सा लिया था, प्रधानमंत्री उनके लिए कुछ खास करने वाली हैं।
इस बीच, भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अवामी लीग की नेता शेख हसीना के तीसरी बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर उन्हें बधाई दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हसीना को बधाई संदेश भेजा और रविवार शाम उनसे फोन पर बात कर उन्हें शुभकामनाएं दी।
इससे पहले नौ जनवरी को हसीना को सर्वसम्मति से अवामी लीग के संसदीय दल का नेता चुना गया था।
देश में हुए चुनाव के दौरान चुनाव संबंधी हिंसा में कम से कम 21 लोग मारे गए थे। 300 सीटों में से 147 सीटों के लिए हुए चुनाव में अधिकतर मतदाताओं ने घर से बाहर नहीं निकलने का फैसला किया था।
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