चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा है कि रास्ता भटक गए चीनी गुब्बारे को मार गिराने के अमेरिकी फैसले ने दोनों देशों के बीच रिश्तों पर 'गंभीर असर डाला है, क्षतिग्रस्त किया है...'
यह विमान, जिसे अमेरिका ने जासूसी गुब्बारा कहा, कई दिन तक उत्तरी अमेरिका पर उड़ता रहा, जिसके बाद अमेरिका ने विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन की चीन यात्रा भी रद्द कर दी. अमेरिका ने शनिवार को कहा था कि लड़ाकू जेट विमान ने दक्षिणी कैरोलाइना के तट पर इसे मार गिराया, क्योंकि यह चीन द्वारा किया गया अमेरिकी प्रभुसत्ता का 'अस्वीकार्य उल्लंघन' था.
चीन ने इस कदम का विरोध किया, और दावा किया कि वह एक नागरिक विमान था, जो रास्ता भटक गया था. चीन ने इसके लिए रविवार को चीन स्थित अमेरिकी दूतावास में आधिकारिक शिकायत भी दर्ज करवाई थी.
चीन के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, चीनी विदेश उपमंत्री ज़ी फेंग ने शिकायत में कहा, "अमेरिका के कृत्यों ने बाली बैठक के बाद से जारी अमेरिका-चीन संबंधों को स्थिर करने के दोनों पक्षों की ओर से किए जा रहे प्रयासों और प्रगति पर गंभीर प्रभाव डाला है, क्षतिग्रस्त किया है..."
उनका इशारा नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तथा उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के बीच हुई बैठक की ओर था.
बयान में कहा गया, "चीन हालात पर करीबी नज़र रखे हुए है, और उसके पास आइंदा ज़रूरी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित है..."
उधर, पेंटागन अधिकारियों ने शुक्रवार को इस विमान को 'ऊंचाई पर उड़ने वाला निगरानी गुब्बारा' करार दिया था, और कहा था कि अमेरिका ने इसे संवेदनशील जानकारी एकत्र करने से रोकने के लिए कदम उठाए हैं.
पेंटागन अधिकारियों ने जिस दिन कहा कि एक और गुब्बारा लैटिन अमेरिका के आकाश में देखा गया, अगले ही दिन कोलम्बिया में तैनात वासुयनाधिकारियों ने कहा कि यह वस्तु 'बिल्कुल गुब्बारे से मिलती-जुलती है,' जिसे शुक्रवार को देखा गया, और इस पर तब तक नज़र रखी गई, जब तक वह देश के आकाश को छोड़ नहीं गया.
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