अवामी लीग के चार कार्यकर्ताओं को 2002 को घरों से उठा कर जला कर मार दिया था
ढाका:
बांग्लादेश की एक अदालत ने बुधवार को साल 2002 में अवामी लीग और इसके छात्र संगठन के चार कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में 23 लोगों को मौत की सजा सुनाई है. सजा पाने वालों में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का एक नेता भी शामिल है. अतिरिक्त लोक अभियोजक जैस्मीन अहमद ने अदालत के आदेश की पुष्टि करते हुए कहा कि यह सजा नारायणगंज द्वितीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत न्यायाधीश कमरुन नाहर ने सुनाई.
जिन 23 लोगों को मृत्युदंड दिया गया है, उनमें से बीएनपी नेता अबुल बशर काशु सहित 19 लोग अदालत में मौजूद थे, जबकि चार अन्य फरार हैं.
अवामी लीग बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेखर हसीना की पार्टी है, जिसकी हसीना अध्यक्ष भी हैं. जानकारी के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने कहा कि काशु तथा अन्य ने चार कार्यकर्ताओं को 12 मार्च, 2002 को उनके घरों से उठा लिया था और फिर जलाकर उनकी हत्या कर दी. चार मृतकों में से एक अवामी लीग के छात्र संगठन 'छात्र लीग' के कार्यकर्ता थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जिन 23 लोगों को मृत्युदंड दिया गया है, उनमें से बीएनपी नेता अबुल बशर काशु सहित 19 लोग अदालत में मौजूद थे, जबकि चार अन्य फरार हैं.
अवामी लीग बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेखर हसीना की पार्टी है, जिसकी हसीना अध्यक्ष भी हैं. जानकारी के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने कहा कि काशु तथा अन्य ने चार कार्यकर्ताओं को 12 मार्च, 2002 को उनके घरों से उठा लिया था और फिर जलाकर उनकी हत्या कर दी. चार मृतकों में से एक अवामी लीग के छात्र संगठन 'छात्र लीग' के कार्यकर्ता थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं