सऊदी अरब इस साल हज के लिए अपने यहां रह रहे लगभग 1,000 तीर्थयात्रियों को इजाजत देगा. एक मंत्री ने मंगलवार को घोषणा की. गौरतलब है कि कोरोना वायरस की महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण इस बार हज पर जाने वाले यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है. हज मंत्री मोहम्मद बेंटेन ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, "तीर्थयात्रियों की संख्या इस बार 1,000 के आसपास होगी, शायद इससे थोड़ी कम या थोड़ी अधिक." उन्होंने कहा, "इस साल यह संख्या बहुत अधिक नहीं होगी."
स्वास्थ्य मंत्री तौफीक अल-रबिया ने कहा-जुलाई के अंत में निर्धारित यह तीर्थयात्रा 65 वर्ष से कम उम्र के लोगों तक सीमित रहेगी और ऐसे लोग ही यात्रा कर सकेंगे जिन्हें कोई पुरानी बीमारी नहीं हो. उन्होंने कहा कि पवित्र शहर मक्का में पहुंचने से पहले तीर्थयात्रियों का कोरोना वायरस टेस्ट किया जाएगा और इस धार्मिक प्रक्रिया के बाद उन्हें होम क्वारंटन रहना होगा. गौरतलब है कि सऊदी अरब ने सोमवार को घोषणा की थी कि कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर वह इस साल "बहुत सीमित" संख्या में श्रद्धालुओं को हज यात्रा की इजाजत देगा.इसने कहा कि यह धार्मिक यात्रा विभिन्न राष्ट्रीयताओं के उन लोगों के लिए खुला रहेगा जो पहले से ही यहां हैं.
सऊदी अरब के आधुनिक इतिहास में पहली बार यह फैसला सामने आया है कि सऊदी अरब के बाहर के मुसलमानों को हज करने से रोक दिया गया है. पिछले साल करीब 2.5 मिलियन तीर्थयात्री हज यात्रा पर पहुंचे थे. हालांकि हज मंत्री मोहम्मद बेंटेन ने यह खुलासा नहीं किया कि इस साल हज करने वाले यात्रियों का चयन कैसे किया जाएगा लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार सऊदी अरब में रहने वाले विदेशी तीर्थयात्रियों का चयन करने के लिए विभिन्न राजनयिक मिशनों के साथ काम करेगी जो स्वास्थ्य मानदंडों के लिहाज से फिट बैठते हैं. गौरतलब है कि किसी भी सक्षम मुसलमान के लिए अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार हज जरूरी माना गया है.
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