लाहौर:
पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह के वकील ने शनिवार को कहा कि उन्हें सरबजीत का मामला देखने पर तालिबान से मौत की धमकी मिली है। सरबजीत को पाकिस्तानी अदालत मौत की सजा सुना चुकी है।
सरबजीत के वकील अवैस शेख ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन तहरीके तालिबान, पाकिस्तान के एक अज्ञात कार्यकर्ता ने पत्र लिखकर उनकी पत्नी को चेतावनी दी है कि वह अपने पति को सरबजीत का मामला देखने से मना करे। शेख के अनुसार पत्र में लिखा है, मैं तहरीके तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा हूं और मैं फैसलाबाद जिले का निवासी हूं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपके पति सरबजीत के मामले की वकालत कर रहे हैं, जो बम धमाके में मेरे पूरे परिवार की मौत के लिए जिम्मेदार है।
पत्र में लिखा गया है, आपके पति, सरबजीत सिंह को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह आपको पति के लिए अंतिम दिन होगा और आपके परिवार के हरेक सदस्य को मार दिया जाएगा। आप कल सुबह अपने बच्चों के बस शव देखेंगीं। पत्र में लिखा गया है, मैं आपके बच्चों को जानता हूं। मैं उनका अपहरण कर लूंगा और उनके शव आपको भेज दूंगा। अगर आप अपने बच्चों को जिंदा देखना चाहती हैं, तो इससे दूर रहें।
शेख ने कहा कि उन्हें सरबजीत के ऊपर लिखी अपनी किताब का लाहौर प्रेस क्लब में विमोचन करने से रोका गया। शेख ने पीटीआई से कहा, मेरे बेटे को भी एक अनजान व्यक्ति से धमकी मिली। मैं पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराऊंगा और सुरक्षा की मांग करूंगा। सरबजीत को 1990 के उस बम हमले के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें 14 लोग मारे गए थे। हालांकि सरबजीत के परिवार का कहना है कि वह गलत पहचान का शिकार है।
सरबजीत के वकील अवैस शेख ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन तहरीके तालिबान, पाकिस्तान के एक अज्ञात कार्यकर्ता ने पत्र लिखकर उनकी पत्नी को चेतावनी दी है कि वह अपने पति को सरबजीत का मामला देखने से मना करे। शेख के अनुसार पत्र में लिखा है, मैं तहरीके तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा हूं और मैं फैसलाबाद जिले का निवासी हूं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपके पति सरबजीत के मामले की वकालत कर रहे हैं, जो बम धमाके में मेरे पूरे परिवार की मौत के लिए जिम्मेदार है।
पत्र में लिखा गया है, आपके पति, सरबजीत सिंह को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन कर रहे हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह आपको पति के लिए अंतिम दिन होगा और आपके परिवार के हरेक सदस्य को मार दिया जाएगा। आप कल सुबह अपने बच्चों के बस शव देखेंगीं। पत्र में लिखा गया है, मैं आपके बच्चों को जानता हूं। मैं उनका अपहरण कर लूंगा और उनके शव आपको भेज दूंगा। अगर आप अपने बच्चों को जिंदा देखना चाहती हैं, तो इससे दूर रहें।
शेख ने कहा कि उन्हें सरबजीत के ऊपर लिखी अपनी किताब का लाहौर प्रेस क्लब में विमोचन करने से रोका गया। शेख ने पीटीआई से कहा, मेरे बेटे को भी एक अनजान व्यक्ति से धमकी मिली। मैं पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराऊंगा और सुरक्षा की मांग करूंगा। सरबजीत को 1990 के उस बम हमले के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें 14 लोग मारे गए थे। हालांकि सरबजीत के परिवार का कहना है कि वह गलत पहचान का शिकार है।
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