लाहौर:
पाकिस्तान की एक अदालत ने कोट लखपत जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर को उससे मिलने की इजाजत दे दी और वह बृहस्पतिवार को जेल में अपने भाई से मिल सकेंगी। सरबजीत को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चार बम विस्फोटों में कथित भूमिका के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। 1990 में हुए इन धमाकों में 14 लोगों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान में कैद इस भारतीय नागरिक के वकील अवैस शेख ने लाहौर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आग्रह किया था कि दलबीर कौर को जेल में उसके भाई से मिलने की इजाजत दी जाए। मुख्य न्यायाधीश इजाज चौधरी ने सुबह याचिका पर सुनवाई की और दलबीर कौर को गुरुवार को पूर्वाह्न 11 बजे जेल के भीतर उसके भाई से मिलने की अनुमति प्रदान कर दी। सरबजीत से मिलने और पाक सरकार से उसकी रिहाई का आग्रह करने के लिए कौर छह जून को लाहौर पहुंची थीं। पिछली बार 2008 में कौर और परिवार के अन्य सदस्य सरबजीत से मिलने पाकिस्तान आए थे। परिवार का दावा है कि सरबजीत निर्दोष है और बम विस्फोटों से उसका कोई लेना देना नहीं है। वह नशे की हालत में सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया था। सरबजीत को 2008 में फांसी दी जानी थी लेकिन पाक प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के हस्तक्षेप के बाद उसकी सजा-ए-मौत अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई।
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